Pakistan Train Hijack
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है। बलूचिस्तान के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस को बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकियों ने निशाना बनाया और हाईजैक कर लिया। इस ट्रेन में लगभग 500 यात्री सवार थे, जिनमें से 182 को आतंकियों ने बंधक बना लिया है।
कैसे हुआ हमला?
मंगलवार सुबह जाफर एक्सप्रेस जब बलूचिस्तान के सिबी जिले से गुजर रही थी, तभी आतंकियों ने रेलवे ट्रैक को विस्फोट से उड़ा दिया। धमाके के कारण ट्रेन को रोकना पड़ा। इसके बाद लगभग 20-25 सशस्त्र आतंकियों ने ट्रेन पर हमला बोल दिया और यात्रियों को बंधक बना लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकियों ने पहले हवाई फायरिंग की, फिर डिब्बों में घुसकर लोगों को डराया-धमकाया।
Pakistan Train Hijack
20 यात्रियों की मौत, सेना पर हमला
हमले के दौरान कम से कम 20 लोगों के मारे जाने की खबर है, जिनमें ट्रेन कंडक्टर और रेलवे कर्मचारी भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने सुरक्षाबलों की मौजूदगी की जानकारी मिलने पर गोलीबारी तेज कर दी।
BLA ने क्या कहा?
BLA ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि उन्होंने नागरिकों को छोड़ दिया है, लेकिन 182 सुरक्षाकर्मियों और सरकारी अधिकारियों को बंधक बना लिया है। उनका दावा है कि जब तक पाकिस्तान सरकार उनके कैदियों को रिहा नहीं करती, तब तक बंधकों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सेना ने कोई एक्शन लिया, तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने BLA के दावों को गलत बताया है। उनका कहना है कि ट्रेन में कोई सैन्य अधिकारी सवार नहीं था, और यह हमला सीधे तौर पर निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने के लिए किया गया है। सरकार ने बलूचिस्तान में आपातकाल घोषित कर दिया है, और सेना तथा अर्धसैनिक बलों को ऑपरेशन के लिए तैनात कर दिया गया है।
Pakistan Train Hijack
स्थिति तनावपूर्ण, सेना का बचाव अभियान जारी
अब तक की जानकारी के मुताबिक, सेना और सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है और आतंकियों से बातचीत करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन अगर हालात बिगड़ते हैं, तो सेना ऑपरेशन शुरू कर सकती है।
बलूचिस्तान में क्यों बढ़ रहे हमले?
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे अस्थिर इलाका माना जाता है, जहां पिछले कई वर्षों से BLA समेत कई अलगाववादी गुट सक्रिय हैं। ये गुट पाकिस्तान सरकार के खिलाफ स्वतंत्र बलूचिस्तान की मांग कर रहे हैं और अक्सर रेलवे, सरकारी प्रतिष्ठानों और चीनी परियोजनाओं को निशाना बनाते हैं।
फिलहाल, पाकिस्तान के लिए यह एक बड़ा सुरक्षा संकट बन चुका है। अगर सरकार BLA की मांगें मानती है, तो यह आतंकियों की जीत होगी, और अगर सैन्य ऑपरेशन होता है, तो बंधकों की जान को खतरा हो सकता है। स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है, और पूरे देश की नजर इस हाईजैक ऑपरेशन पर टिकी हुई है।