Pahalgam Attack
पहलगाम, जम्मू-कश्मीर। मंगलवार दोपहर को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया, जिसमें 27 लोगों की जान चली गई, जिनमें दो विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। इस हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज जारी है। हमले के बाद के दृश्य दिल दहला देने वाले थे।
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सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में लोग आतंक से बचने के लिए इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं, और कुछ वीडियो में तो डर से सहमे हुए बच्चे भी दिखाई दे रहे हैं। एक वीडियो में एक बच्चा दिखाई देता है, जिसके कपड़े फटे हुए हैं और खून लगा हुआ है, यह दृश्य न केवल आतंक का प्रमाण है, बल्कि यह दिखाता है कि इस हमले ने कितनी गहरी छाप छोड़ी है।
Pahalgam Attack
हमले के बाद, सेना के जवान मौके पर पहुंचे और लोगों को सुरक्षित करने की कोशिश की। एक वीडियो में दिखाया गया है कि जब बच्चे और महिलाएं डर से कांप रहे थे, तो सेना के एक जवान ने उन्हें शांति दी और बताया कि वे सेना के लोग हैं, ताकि उनका डर थोड़ा कम हो सके।
वहीं आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह संगठन पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी है, और कश्मीर में आतंक फैलाने का उद्देश्य रखता है। TRF का मुख्यालय पाकिस्तान में स्थित है, और इसके प्रमुख शेख सज्जाद गुल के बारे में कहा जाता है कि वह स्थानीय मॉड्यूल के जरिए कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देते हैं।
Pahalgam Attack
हमले के बाद से कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां तेज हो गई हैं, खासकर पुलवामा हमले के बाद। इस संगठन ने पहले भी कश्मीर में कई हमलों को अंजाम दिया है। इन हमलों के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का भी समर्थन बताया जाता है, जो कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
फिलहाल सेना ने हमलावरों की तलाश में अभियान जारी रखा है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही हमले में शामिल आतंकवादियों को पकड़ लिया जाएगा।
यह घटना जम्मू-कश्मीर के लिए एक और बड़ा सुरक्षा चुनौती है और पूरे इलाके में भय और दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। हमले के बाद, यह जरूरी हो गया है कि कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।