Pahalgam Attack
पहलगाम। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले में कम से कम 26 पर्यटकों के मारे जाने की खबर है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। मृतकों में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के व्यापारी दिनेश मिरानिया भी शामिल हैं।
दिनेश मिरानिया, जो कि रायपुर के समता कॉलोनी में रहते थे, अपने परिवार – पत्नी नेहा, बेटी लक्षिता और बेटे शौर्य के साथ छुट्टियां मनाने पहलगाम पहुंचे थे। यह यात्रा उनके लिए बेहद खास थी, क्योंकि हमले के दिन ही उनकी शादी की सालगिरह थी।
Pahalgam Attack
परिवार के साथ पहलगाम के बैसरन नामक घास के मैदान में वे घूम रहे थे, तभी आतंकवादियों ने अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस गोलीबारी में दिनेश मिरानिया को गंभीर गोली लगने से चोट आई। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई।
जब यह खबर रायपुर पहुंची, तो इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। समता कॉलोनी स्थित उनके घर में ताला लगा हुआ मिला। रायपुर के कलेक्टर गौरव सिंह और एसएसपी उमेद सिंह ने स्वयं वहां जाकर पड़ोसियों से बातचीत की और परिवार के बारे में जानकारी ली।
Pahalgam Attack
घटना की निंदा करते हुए राज्यपाल रमेन डेका ने इसे “कायरता की चरम सीमा” बताया और शोक-संतप्त परिवारों के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि पूरा देश इस दुख की घड़ी में साथ खड़ा है।
इस हमले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में छोड़ दी और भारत लौटने का फैसला किया। वे रात्रिभोज में शामिल नहीं हुए और रात में ही रवाना हो गए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सेना प्रमुख से चर्चा कर पूरी जानकारी ली है।
Pahalgam Attack
घटना ऐसे समय में हुई है जब जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है। इससे पहले 12 अप्रैल को अखनूर में एक JCO शहीद हुए थे और किश्तवाड़ में तीन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को मार गिराया गया था।
पहलगाम जैसी शांत, खूबसूरत जगह पर हुए इस हमले ने देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। जहां एक ओर घाटी में पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिशें हो रही थीं, वहीं दूसरी ओर ऐसी घटनाएं स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के मन में डर का माहौल पैदा कर देती हैं।