Operation Keller
जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई और तेज हो गई है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब सेना ने “ऑपरेशन केलर” शुरू किया है, जिसके तहत घाटी में सक्रिय आतंकियों को निशाना बनाया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई और तेज हो गई है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब सेना ने “ऑपरेशन केलर” शुरू किया है, जिसके तहत घाटी में सक्रिय आतंकियों को निशाना बनाया जा रहा है।
Operation Keller
मंगलवार, 13 मई 2025 को, शोपियां जिले के केलर क्षेत्र में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना और सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान मुठभेड़ हुई, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के तीन खूंखार आतंकवादी मारे गए। सेना के मुताबिक, आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी, जिसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए उन्हें ढेर कर दिया गया।
इस अभियान को “ऑपरेशन केलर” नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि यह केलर इलाका आतंकियों का छिपने का अड्डा बन गया था। सेना अब इस इलाके में सर्च और डिस्ट्रॉय अभियान चला रही है।
यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब 22 अप्रैल को पहलगाम में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ था। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के ठिकानों पर करारा जवाब दिया, जिसके बाद पाकिस्तान ने भारत के कई राज्यों पर ड्रोन हमले करने की नाकाम कोशिश की। इन हमलों को भारतीय डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया, लेकिन इससे दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच तनाव और बढ़ गया।
Operation Keller
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पाकिस्तान को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि भविष्य में कोई भी आतंकी हमला सीधे युद्ध की कार्रवाई मानी जाएगी और इसका निर्णायक जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं, सिर्फ स्थगित हुआ है।”
सेना और सुरक्षा एजेंसियां फिलहाल हाई अलर्ट पर हैं और जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सघन अभियान जारी है। शोपियां में मारे गए आतंकियों की पहचान और उनकी तस्वीरें भी सामने आ चुकी हैं। यह ऑपरेशन सेना के इस संदेश को दोहराता है कि आतंक का कोई भी ठिकाना अब सुरक्षित नहीं रहेगा, चाहे वो सीमा पार हो या घाटी के अंदर।