कोरबा, 16 जुलाई। Notice Issued : छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयसिंह अग्रवाल तथा कलेक्टर अजीत वसंत के बीच एक बार फिर टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस बार मामला सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर गरमाया है। कलेक्टर ने जयसिंह अग्रवाल को एक फेसबुक पोस्ट पर कड़ा आपत्ति पत्र (नोटिस) जारी करते हुए पोस्ट डिलीट करने के निर्देश दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
14 जुलाई 2025 को जयसिंह अग्रवाल ने अपने फेसबुक अकाउंट से एक तस्वीर साझा की थी, जिसमें पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर खड़े नजर आ रहे हैं, जबकि पास में राज्यपाल रमेन डेका और कलेक्टर अजीत वसंत बैठे दिखाई दे रहे हैं। इस पर अग्रवाल ने कटाक्ष करते हुए लिखा: “छत्तीसगढ़ के वरिष्ठतम आदिवासी नेता का अपमान बहुत ही कष्टप्रद है। पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर खड़े हैं, जबकि राज्यपाल के साथ कलेक्टर बैठे हुए हैं। यह जान और सुनकर अत्यंत पीड़ा हुई।”
कलेक्टर ने दी सफाई, बताया दुर्भावनापूर्ण प्रचार
इस पोस्ट को लेकर कलेक्टर अजीत वसंत ने कड़ी आपत्ति जताई है और जयसिंह अग्रवाल को नोटिस जारी करते हुए पोस्ट हटाने के निर्देश दिए हैं। नोटिस में उन्होंने लिखा: तस्वीर उस क्षण की है जब ननकीराम कंवर ज्ञापन देने के लिए कुछ क्षण खड़े हुए थे, जबकि उनकी बैठने की पूर्व निर्धारित व्यवस्था पहले से की गई थी। ननकीराम कंवर के प्रवेश पर कलेक्टर ने उनका अभिवादन भी किया, जिसकी पुष्टि की जा सकती है। पोस्ट को दुर्भावनापूर्ण और भ्रामक रूप में प्रचारित किया गया है, जिससे समाज में विद्वेष फैल सकता है और प्रशासन की छवि धूमिल होती है।
कानूनी चेतावनी भी दी गई
कलेक्टर ने चेतावनी दी है कि यदि जयसिंह अग्रवाल पोस्ट डिलीट नहीं करते, तो यह कृत्य भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत दंडनीय अपराध की श्रेणी में आ सकता है। नोटिस में कहा गया है कि इस तरह की पोस्ट से शासन-प्रशासन के प्रति लोगों में असंतोष उत्पन्न हो सकता है, जो कि सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा बन सकता है।
राजनीतिक गर्मी तेज
इस मामले ने कोरबा की राजनीतिक फिजा को एक बार फिर तप्त कर दिया है। इससे पहले भी जयसिंह अग्रवाल और जिला प्रशासन के बीच कई मुद्दों को लेकर तनाव की स्थिति बन चुकी है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस नेता इस नोटिस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या यह विवाद कानूनी मोड़ लेता है या राजनीतिक मंचों पर ही गरमाया रहेगा।