Need to increase seats in NEET UG – Parliamentary Committee
एक संसदीय समिति ने कहा कि यूजी और पीजी दोनों पाठ्यक्रमों में मेडिकल (एमबीबीएस और एमएस) सीटें बढ़ाने की जरूरत है, समिति ने कहा कि जिला या रेफरल अस्पतालों से जुड़े नए मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की सरकार की मौजूदा योजना तभी पूरी होगी, जब एमबीबीएस और एमस की सीटें बढ़ाई जाएंगी.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से संबंधित संसदीय स्थाई समिति ने राज्यसभा में प्रस्तुत अपनी 157वीं रिपोर्ट ‘भारत में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता में कहा कि यूजी और पीजी दोनों कोर्सेज में मेडिकल सीटों का कम होने अभी एक गंभीर मुद्दा है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.
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समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि नीट यूजी में लगभग 20 लाख मेडिकल छात्रों हर साल परीक्षा देते हैं, जबकि उपलब्ध सीटों की संख्या केवल एक लाख है, यह मांग आपूर्ति से कहीं अधिक है, इसी तरह, पीजी स्तर पर उपलब्ध सीटों की संख्या मांग से बहुत कम है, इसने चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता को उच्चतम मानक पर बनाए रखते हुए इस चुनौती से निपटने की तात्कालिकता को स्वीकार किया.
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पैनल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को आगे सिफारिश की कि मौजूदा बुनियादी ढांचे का पूरा उपयोग करना जरूरी है, यह सुनिश्चित करना कि सभी उपलब्ध संसाधनों और सुविधाओं का कुशलतापूर्वक उपयोग किया जाए, शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता किए बिना बड़ी संख्या में छात्रों को समायोजित करने में मदद मिल सकती है, इसके अतिरिक्त, एक मानकीकृत राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा को लागू करके प्रवेश प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने से सीट आवंटन में निष्पक्षता और पारदर्शिता में सुधार हो सकता है.