Naxalites released kidnapped people
सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा जिले के जगरगुंडा इलाके में अगवा किये गए चार लोगों को नक्सलियों ने छोड़ दिया है। इनमें से एक ने अपने परिजनों को फोन पर बात कर जानकारी देकर कहा की हम नक्सलियों के कब्जे से छूटकर वे वापस अपने अपने घरों की ओर लौट रहे हैं।
मजदूर और ठेकेदार की सकुशल रिहाई के बाद उनके परिजनों में खुशी की लहर है। वे बड़े ही बेसब्री से मजदूरों और ठेकेदार का इंतजार अपने अपने घरों में कर रहे हैं।
Naxalites released kidnapped people
बता दें, सुकमा जिले के जगरगुंडा इलाके से नक्सलियों ने बीते 11 जनवरी को बीजापुर और सुकमा सरहदी इलाकों से 4 लोगों को अगवा कर लिया था। ये दोनों मजदूर टेकलगुड़ा जोन्नागुड़ा में जल जीवन मिशन का काम करने पहुंचे थे। इनमें से तीन मजदूर थे और एक ठेकेदार था।
नक्सली ठेकेदार की जेसीबी भी साथ ले गए थे। टेकलगुड़ा जगरगुंडा इलाके में मस्तानपारा के रहने वाले दो मजदूर लतीफ़ और निज़ाम के साथ-साथ दो जेसीबी ऑपरेटर जल जीवन मिशन के काम में लगे हुए थे। इस दौरान नक्सलियों ने उन्हें अगवा कर लिया था।
मजदूरों के परिजनों ने नक्सल संगठन से उन्हें जल्द छोड़ने की अपील की थी। जिस गांव से चारों को अगवा किया गया था वह घोर नक्सली प्रभावित क्षेत्र है।
Naxalites released kidnapped people
पुलिस को इसकी जानकारी लगने के बाद जवानों को भी क्षेत्र में सर्चिंग के लिए रवाना किया गया। यह गांव जगरगुंडा थानाक्षेत्र के सिंगराम घोर नक्सली प्रभावित इलाका है। टेकलगुडेम को नक्सलियों का कोर इलाका कहा जाता है। सुकमा में नक्सली लगातार सक्रिय रहते हैं। जहां 2 बड़ी नक्सल घटनाएं घट चुकी है।
साल 2021 के घटना में 23 जवानों की मौत हुई थी। वहीं बीते दिनों 30 जनवरी को भी नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर बड़ा हमला किया था। इस गोलीबारी में 3 जवान शहीद हुए थे। वहीं 14 जवान घायल हुए थे। घायल जवानों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया गया था।
दरअसल, 30 जनवरी को कोबरा और एसटीएफ ने नक्सलियों के कोर इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान जवानों की दस्तक होते ही नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी थी। नक्सलियों का कोर इलाका होने के कारण इस क्षेत्र में नक्सली घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं।