रायपुर. छत्तीसगढ़ी राजभाषा मंच के संयोजक नंदकिशोर शुक्ल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की और उनके समक्ष राजभाषा में पढ़ाई लिखाई करने की बात रखी, नंदकिशोर शुक्ल ने बताया कि उन्हें सकारात्मक जवाब मिला है, मुख्यमंत्री ने उनसे इस पर विचार करके योजना बनाने की बात कही है.
बता दे कि नंदकिशोर शुक्ल छत्तीसगढ़ में राजभाषा में पढ़ाई लिखाई शुरु कराने के लिए कई समय से प्रयासरत है, वे चाहते है कि छत्तीसगढ़ी भाषा को पढ़ाई-लिखाई और शासकीय कामकाज में शामिल किया जाए. इसके लिए 81 साल के नंदकिशोर शुक्ल 2012 से गांव-गांव जाकर लोगों को संगठित और जागरूक करने का काम करते थे, नंदकिशोर शुक्ल ने इस मांग को लेकर अब तक 1000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक की साइकिल यात्रा भी की है.
नंदकिशोर शुक्ल कई आंदोलन से भी जुड़े रहे, इमरजेंसी के दौरान शुक्ल ओडिशा के संबलपुर जेल में 13 महीने रहे, समाज सेवा के क्षेत्र में उन्होंने कई संस्थाओं के साथ मिलकर काम किया है, कई पत्र-पत्रिकाओं में स्वतंत्र पत्रकार और साहित्यकार के रूप में उन्होंने कई रचनाएं की हैं.
छत्तीसगढ़ी को राजभाषा का दर्जा दिलाने में भी नंदकिशोर शुक्ल का अहम योगदान रहा है, 28 नवंबर 2007 को विधानसभा में छत्तीसगढ़ी को राजभाषा आयोग विधेयक पारित किया गया था, इस राजभाषा का प्रकाशन 11 जुलाई 2008 को राजपत्र में किया गया, लेकिन इसे अब तक आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया गया है.