Mukesh Chandrakar Murder Case
बीजापुर। छ्त्तीसगढ़ में बीजापुर जिले के पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड का मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड सुरेश चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि सुरेश चंद्राकर को स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) ने 5 जनवरी की देर रात हैदराबाद से गिरफ्तार किया। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी सुरेश, पत्रकार मुकेश चंद्राकर का चचेरा भाई है।
वही इस मामले में सुरेश के 3 सगे भाइयों समेत 4 आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने सुरेश की पत्नी को कांकेर जिले से गिफ्तार किया गया है। बता दें कि मुकेश चंद्राकर ‘बस्तर जंक्शन’ के नाम से यूट्यूब चैनल चलाते थे और वह एनडीटीवी से भी जुड़े हुए थे।
Mukesh Chandrakar Murder Case
वहीं मुकेश चंद्राकर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश के सिर पर चोट के 15 निशान मिले थे तो वहीं लीवर के 4 टुकड़े मिले, जबकि 5 पसलियां टूट गई हार्ट फटा और गर्दन टूटी मिली है। इससे ही इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितनी बुरी तरह से मुकेश की हत्या की गई थी।
हत्याकांड के मामले के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ में काफी पत्रकारों का काफी रोष है। वहीं पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से अपील की थी कि मुकेश चंद्राकर की हत्या में शामिल अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। इसके साथ ही, उन पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति को कुर्क कर पत्रकार के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। साथ ही दिवंगत पत्रकार बलिदानी की दर्जा देने की मांग की थी। कोंडागांव में मुकेश की हत्या के विरोध में पत्रकारों ने मौन रैली निकाली और कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी।
Mukesh Chandrakar Murder Case
बता दें कि सुरेश चंद्राकर पेशे से एक ठेकेदार है और राजनीति से भी जुड़ा हुआ है। ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को बस्तर में 120 करोड़ की सड़क बनाने का ठेका मिला था। आरोप है कि मुकेश चंद्राकर ने सुरेश के भ्रष्टाचार की खबर बनाई थी, जिससे वह नाराज हो गया था। इसी वजह से सुरेश ने मुकेश की हत्या करवाने की योजना बनाई। उसने अपने बैडमिंटन कोर्ट में मुकेश को खाने के बहाने बुलवाया, जहां अपने भाई और सुपरवाइजर के जरिए उसकी हत्या करवा दी।
जानें पूरा मामला
सड़क निर्माण में 120 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार उजागर करने वाले छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या कर दी गई है। मामले में बस्तर संभाग के आईजी पी सुंदरराज ने बड़ा खुलासा किया है। आईजी ने बताया कि दो लोगों ने मिलकर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की थी। ठेकेदार के मुंशी रामटेके और उसके भाई रितेश चंद्राकर ने वारदात को अंजाम दिया था।
Mukesh Chandrakar Murder Case
मुकेश पर स्टील रॉड से हमला किया गया था। वारदात के बाद सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी। मामले में सुरेश चंद्राकर को मुख्य आरोपी बनाया गया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच के लिए 11 सदस्यीय एसआईटी टीम गठित कर दी गई है।
3 जनवरी को सेप्टिक टैंक में मिला शव
पुलिस ने जांच के लिए तीन टीमें बनाई और मोबाइल लोकेशन और सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) के आधार पर मुकेश की तलाश शुरू की। 3 जनवरी को पुलिस ने बीजापुर शहर के चट्टानपारा इलाके में स्थित सुरेश चंद्राकर के बैडमिंटन कोर्ट में नया फ्लोरिंग देखा और वहां सेप्टिक टैंक को खोला। टैंक में एक पुरुष का शव मिला, जो मुकेश चंद्राकर का था। इसकी पहचान उनके हाथ पर बने टैटू से की गई। परिसर में बैडमिंटन कोर्ट और नौकरों के लिए क्वार्टर है।