MP Board Result 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने आज 6 मई को बहुप्रतीक्षित कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए हैं। इस बार बेटियों ने इतिहास रचते हुए टॉपर्स लिस्ट में धाक जमाई है। 10वीं में प्रज्ञा जायसवाल ने 100% अंक हासिल कर प्रदेश की टॉपर बनीं, वहीं 12वीं में प्रियल द्विवेदी ने पहला स्थान हासिल किया।
इस साल कुल 16.6 लाख से ज्यादा छात्रों ने एमपी बोर्ड परीक्षा दी थी, जिसमें 10वीं के 9.53 लाख और 12वीं के 7.06 लाख छात्र शामिल थे। रिजल्ट की घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल स्थित मुख्यमंत्री निवास से की। इसके तुरंत बाद नतीजे आधिकारिक वेबसाइट्स mpbse.nic.in और mpresults.nic.in पर उपलब्ध कराए गए। छात्र MPBSE मोबाइल ऐप और डिजिलॉकर के जरिए भी अपने नतीजे देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार सरकारी स्कूलों का प्रदर्शन निजी स्कूलों से बेहतर रहा है।
MP Board Result 2025
10वीं टॉपर लिस्ट 2025:
- प्रज्ञा जायसवाल – रैंक 1 (100 में 100 हर विषय में)
- आयुष दिवेदी – रैंक 2
- शैजाह फातिमा – रैंक 3
- मानसी साहू – रैंक 4
- सुहानी प्रजापति – रैंक 5
प्रज्ञा जायसवाल की परफेक्ट मार्कशीट:
- अंग्रेज़ी: 100
- हिंदी: 100
- संस्कृत: 100
- गणित: 100
- विज्ञान: 100
- सामाजिक विज्ञान: 100
MP Board Result 2025
टॉपर्स में बेटियों का दबदबा – 212 टॉपर्स में से 144 बेटियाँ हैं। यह एमपी बोर्ड के इतिहास में बेटियों का सबसे प्रभावशाली प्रदर्शन है।
तो वहीं सिंगरौली जिले की प्रज्ञा जायसवाल ने एमपी बोर्ड की 10वीं परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 500 में से 500 अंक प्राप्त कर टॉप किया है। यह उपलब्धि न केवल जिले के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के लिए भी प्रेरणादायक है।
वहीं, एमपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा में प्रियल द्विवेदी ने टॉप किया है। उन्होंने 500 में से 492 अंक प्राप्त किए हैं। यह प्रदर्शन भी अत्यंत सराहनीय है और यह दर्शाता है कि प्रदेश में छात्राएं शिक्षा के क्षेत्र में लगातार उत्कृष्टता हासिल कर रही हैं।
रिजल्ट ऐसे करें चेक:
- वेबसाइट पर: mpresults.nic.in, mpbse.nic.in, mponline.gov.in
- मोबाइल ऐप: MPBSE App
- डिजिलॉकर: डिजिलॉकर ऐप या वेबसाइट पर
बड़ा बदलाव: साल में दो बार बोर्ड परीक्षा
सीएम ने यह भी ऐलान किया कि अगले साल से एमपी बोर्ड की परीक्षा साल में दो बार आयोजित होगी, जिससे छात्रों को एक और मौका मिलेगा और फेल होने का डर कम होगा।