Manmohan Singh memorial
नई दिल्ली। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के नाम पर बनने वाले मेमोरियल के निर्माण के लिए सरकार ने जगह तय कर दी है। केंद्र की मोदी सरकार ने ये जगह पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बगल में तय की है। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के बाद उनके समाधि स्थल को लेकर कांग्रेस ने सरकार और बीजेपी को जमकर घेरने की कोशिश की थी। लेकिन बीजेपी इस मामले में शुरू से ही दो कदम आगे रही। यही वजह है कि कांग्रेस जहां शोर करती रही वहीं भाजपा सरकार ने मुद्दे पर बाजी मार ली।
परिवार ने नहीं दिया प्रतिक्रिया
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के परिवार से साइट का निरीक्षण करने का अनुरोध किया गया है। हालांकि, सूत्रों से पता चला कि उन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि चूंकि परिवार शोक में है। इसलिए सदस्यों ने सरकार की पेशकश पर कोई निर्णय नहीं लिया है।
Manmohan Singh memorial
समाधि स्थल के लिए खूब विवाद
मनमोहन सिंह की समाधि स्थल के लिए खूब विवाद हुआ था। केंद्र ने कांग्रेस पर दिग्गज नेता की मौत के बाद राजनीति करने का आरोप लगाया था। तो कांग्रेस ने भी सरकार पर हमला बोलते हुए ‘अपमान’ करने का आरोप लगाया था।
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए थे। यहां तक की मनमोहन सिंह के निधन के बाद ही इस मामले पर दोनों दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था। जबकि खुद पीएम मोदी से लेकर केंद्र सरकार के सभी बड़े नेताओं की मौजूदगी में मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया था।
अब कांग्रेस क्या करेगी?
बीजेपी सरकार ने मनमोहन सिंह की समाधि स्थल की जमीन को चिह्नित कर राजनीति की शतरंज में ऐसा मोहरा चला है, जिसकी चाल से कांग्रेस चित हो सकती है। अब अगर कांग्रेस इस जगह पर सवाल उठाएगी तो सरकार के पास इसका जवाब है कि देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की भी समाधि राष्ट्रीय स्मृति परिसर में है।
इसको लेकर प्रणव की बेटी ने इस जगह को स्वीकार कर पीएम मोदी का शुकिया भी किया है। अब सरकार ने गेंद दूसरे पाले में डाल दिया है। जो कांग्रेस अभी तक मनमोहन सिंह के नाम पर बीजेपी पर अपमान का आरोप लगा रही थी, अब वह सरकार के इस फैसले पर क्या प्रतिक्रिया देगी यह आने वाला समय बताएगा।