Mahasamund Navjeevan Hospital
महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक 6 वर्षीय बच्ची का शव कब्र से बाहर निकाला गया। मासूम को उल्टी, दस्त और बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, बच्ची की मौत दवाओं के ओवरडोज के कारण हुई। पूरा मामला तुमगांव थाना क्षेत्र से है। बता दें कि, परिजनों ने आरोप लगाया हैं कि बच्ची की जान डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई हैं।
बच्ची उल्टी दस्त की शिकायत से अस्पताल में भर्ती
जानकारी के मुताबिक, तुमगांव के रहने वाले नेतराम धीवर की 6 साल की बेटी अंकिता धीवर को 29 अगस्त उल्टी दस्त होने की वजह से शाम 7 बजे भोरिंग के नवजीवन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के स्टाफ ने बताया गया कि बच्ची के शरीर में पानी की कमी हो गई हैं इसलिए ग्लूकोज की बॉटल चढ़ाने की जरूरत हैं।
स्टाफ की लापरवाही व गलत उपचार के कारण बच्ची की मौत
ग्लूकोज चढ़ाने के पहले बच्ची अच्छे से बात कर रही थी। अस्पताल के स्टाफ ने जैसे हि ग्लूकोज की बॉटल चढ़ाई बच्ची कुछ देर बाद छटपटाने लग गई। कुछ देर बाद उसका शरीर ठंडा पड़ गया । अस्पताल के स्टाफ ने सामुदायिक केंद्र ले जाने की सलाह दी। बच्ची को सरकारी अस्पताल लाया गया। वहां के डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची की मौत अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही व गलत उपचार के कारण हुई है।
Mahasamund Navjeevan Hospital
नवजीवन अस्पताल के खिलाफ शिकायत
शुक्रवार को बच्ची को गाड़ाघाट चीमनी भट्ट के पास दफनाया गया था। उसके बाद बच्ची के पिता नेतराम धीवर, नगर पंचायत उपाध्यक्ष पप्पू कुमार पटेल और गांव के लोगों के साथ थाने पहुंचे। थाने में उन्होंने नवजीवन अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ के खिलाफ लिखित शिकायत की और कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसके बाद, श्रीधर पंडा, फोरेंसिक डिपार्टमेंट के डॉ. लोकेश कुमार सिंह और परिजनों की उपस्थिति में शव को बाहर निकाला गया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
डॉ. छत्रपाल चंद्राकर ने जो कि बताया कि शिकायत मिलने के बाद नवजीवन अस्पताल को सील कर दिया गया हैं। वहीं इस मामले की जांच के लिए एक 4 सदस्यीय टीम का गठन किया गया हैं। फिलहाल पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।