Maharashtra Politics
महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों जबरदस्त हलचल देखने को मिल रही है। सत्ताधारी महायुति में खटपट की खबरों के बीच, विपक्षी महाविकास अघाड़ी में भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की मुलाकात ने उद्धव ठाकरे गुट की नाराजगी को और हवा दे दी है।
अब इस राजनीतिक हलचल के बीच आदित्य ठाकरे की अरविंद केजरीवाल से प्रस्तावित मुलाकात ने नए कयासों को जन्म दिया है। इससे पहले आदित्य ठाकरे राहुल गांधी से मुलाकात कर चुके हैं, और अब आम आदमी पार्टी के संयोजक से उनकी बातचीत को अहम माना जा रहा है।
Maharashtra Politics
शिवसेना (यूबीटी) ने पहले ही ‘एकला चलो’ का नारा देकर आगामी चुनाव में स्वतंत्र रणनीति अपनाने के संकेत दिए हैं। ऐसे में, आदित्य ठाकरे की इन मुलाकातों को गठबंधन की बदलती परिस्थितियों के संदर्भ में देखा जा रहा है।
शिवसेना UBT की मौजूदा स्थिति और राजनीतिक हलचल काफी दिलचस्प हो गई है। आदित्य ठाकरे की दिल्ली में सांसदों के साथ बैठक ऐसे समय में हो रही है जब शिवसेना में टूट और जोड़तोड़ की राजनीति जोरों पर है। राजन सालवी का एकनाथ शिंदे के खेमे में शामिल होना UBT के लिए एक और झटका हो सकता है।
संजय राउत की प्रतिक्रिया भी दिखाती है कि शरद पवार और एकनाथ शिंदे की हालिया मुलाकात ने UBT खेमे में असहजता पैदा कर दी है। क्या यह कदम महाविकास अघाड़ी में नई रणनीति का संकेत है या शिवसेना (यूबीटी) की स्वतंत्र सियासी राह का हिस्सा? आने वाले दिन महाराष्ट्र की राजनीति में और भी दिलचस्प मोड़ ला सकते हैं।
read more – Jamia University : जामिया में देर रात पुलिस कार्रवाई, 3-4 बजे उठाए गए प्रदर्शनकारी छात्र