AB News

Maharashtra Ladli Behna Yojana : राज्य की पांच लाख लाडली बहनों का लाड़ हुआ खत्म, सरकार ने किया अपात्र घोषित

Maharashtra Ladli Behna Yojana

महाराष्ट्र। महायुति सरकार ने मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना के तहत सीधे महिलाओं के खातों में पैसे ट्रांसफर कर एक बड़ा वोट बैंक साधने की कोशिश की थी। बता दें कि इस योजना के तहत 2.35 करोड़ महिलाओं को आर्थिक लाभ पहुंचाया गया है, जो निश्चित रूप से महिला मतदाताओं को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। वही अब इस योजना से जुडी एक बड़ी खबर सामने आ रही है।

read more – MAHA KUMBH SNAN : महाकुंभ में छत्तीसगढ़ के जनप्रतिनिधियों की आस्था की डुबकी, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने भेजा विशेष आमंत्रण

मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना (Ladli Behan Yojna) से जुड़े हालिया घटनाक्रम को दर्शाती है। महाराष्ट्र सरकार ने योजना के अंतर्गत 5 लाख महिलाओं को अयोग्य घोषित किया है, जिनके बारे में पाया गया कि वे या तो अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ ले रही थीं या योजना के निर्धारित योग्यता मानदंडों को पूरा नहीं कर रही थीं।

Maharashtra Ladli Behna Yojana

वहीं महिला और बाल विकास मंत्री आदिति तटकरे के अनुसार, इन महिलाओं के बैंक खातों में पिछले छह महीनों में जो भी धनराशि जमा की गई थी, उसे सरकार द्वारा वापस नहीं लिया जाएगा। यह निर्णय शायद प्रशासनिक सरलता और महिलाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि पहले से वितरित की गई राशि पर विवाद न हो। बता दें कि अभी तक 5 लाख से ज्यादा लाभार्थी महिलाओं को अपात्र घोषित किया जा चुका है।

खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना से बड़ी संख्या में महिलाएं अपात्र घोषित कर दी गई हैं और उन्हें जनवरी 2024 से सम्मान निधि का भुगतान नहीं किया जाएगा। इसका कारण यह है कि ये महिलाएं अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ ले रही थीं या तय मानदंडों के अनुरूप नहीं थीं।

Maharashtra Ladli Behna Yojana

जानिए महिलाओ के योजना से बाहर होने के कारण ?

सरकार के 28 जून और 3 जुलाई 2024 के आदेशों के अनुसार, जिन महिलाओं को योजना से बाहर किया गया है, वे निम्नलिखित कारणों से अपात्र पाई गईं:

read more – Delhi Election Results 2025 : दिल्ली चुनाव में BJP की धमाकेदार वापसी के संकेत, 27 साल बाद सत्ता में लौटने की तैयारी, केजरीवाल फिर पीछे

 

Exit mobile version