Lok Sabha Elections 2024: Congress manifesto ready
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस पार्टी का घोषणा पत्र तैयार हो चुका है, पार्टी की तरफ से अधिकारिक घोषणा बाकी है, कांग्रेस के बड़े नेताओं ने इस बात के संकेत दिए है कि आज बुधवार को बड़े ऐलान किए जाएंगे, इस बार कांग्रेस घोषणा पत्र को ‘न्याय संकल्प पत्र’ के नाम से लॉन्च करेगी, बताया जा रहा है इस न्याय संकल्प पत्र में पांच नीतिगत मुद्दों पर फोकस होगा.
नारी न्याय
कांग्रेस पार्टी महिलाओं के लिए कुछ आर्थिक सहायता की घोषणा कर सकती है, कुछ राज्यों में गृहलक्ष्मी जैसी योजना से उसे बहुत बड़ी चुनावी फायदा भी हुआ है, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना जहां भी उसकी सरकारें बनी हैं, वहां इस वादे का बड़ा लाभ मिल चुका है, लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी नारी न्याय के तहत इससे भी बड़ा वादा कर सकती है, इनके अलावा सस्ते गैस सिलेंडर जैसे कुछ वादों की भी उससे उम्मीद की जा सकती है.
युवा न्याय
कांग्रेस के घोषणा पत्र में बेरोजगारी पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है, राहुल गांधी भी अपनी न्याय यात्रा में बेरोजगारी विषय पर खुल कर बोलते नजर आए है, इसके लिए वह अग्निवीर जैसे मोदी सरकार की योजनाएं बंद करने की बात पहले से ही कर चुके है, इसके अलावा हर साल करीब 10 लाख सरकारी नौकरियों का भी वादा कांग्रेस घोषणा पत्र में नजर आ सकता है. युवाओं से यह भी वादा किया जा सकता है कि अगर वे बेरोजगार हैं तो कांग्रेस की सरकार बनने पर उनके बैंक खातों में सीधे बेरोजगारी भत्ता डाला जा सकता है, यूपी के युवाओं के लिए पेपर लीक जैसी घटनाओं पर भी पार्टी कुछ बड़े वादे करते नजर आ सकती है.
किसान न्याय
किसानों के लिए कांग्रेस पार्टी एमएसपी की कानूनी गारंटी देने का वादा करेगी, यह बात पहले ही कही जा चुकी है, वह किसानों को पेंशन देने और फिक्स वेतन देने जैसे वादे भी कर सकती है, क्योंकि किसान संगठनों की ये मांगें हैं और कांग्रेस पार्टी की ओर से उनके आंदोलन का हर तरह से समर्थन देखा जा रहा है.
श्रमिक न्याय
श्रमिक न्याय के तहत कांग्रेस पार्टी देशभर में पुरानी पेंशन स्कीम वापस लाने का वादा कर सकती है, विधानसभा चुनावों में उसे कई जगह इसका फायदा मिला भी है, मजदूरों के अधिकारों को लेकर भी वह वादे करते नजर आ सकती है और उनके लिए विशेष सुविधाओं उपलब्ध करवाने की गारंटी भी दे सकती है, संभावना है कि वह मनरेगा को लेकर कुछ बड़ा वादा कर सकती है, वहीं इस वर्ग के लिए रेलवे के किराए में कटौती का भी वादा कर सकती है.
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हिस्सेदारी न्याय
कांग्रेस जिस हिस्सेदारी न्याय की बात कह रही है, वह राहुल की सोच ‘जितनी आबादी, उतना हक’ के विचार पर आधारित है, मतलब, कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र में राहुल के विचारों के मुताबिक जातिगत जनगणना का वादा शामिल होना लगभग तय है, कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार के अधिकारियों में शीर्ष पदों पर भी जाति आधारित पोस्टिंग का वादा करती नजर आ सकती है.