Kumbhakarna Death in Ramlila
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में रामलीला में कुंभकरण के किरदार निभा रहे कलाकार की हार्ट अटैक मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक, 12 अक्तूबर को थाना मालवीय नगर में पीएसआरआई अस्पताल से एक पीसीआर कॉल मिली थी जिसमें मृतक विक्रम तनेजा (59) जो पश्चिम विहार के रहने वाले हैं, उनकी मौत की जानकारी मिली।
पश्चिम विहार के निवासी विक्रम तनेजा मालवीय नगर में सावित्री नगर रामलीला में कुंभकर्ण की भूमिका निभा रहे थे, तभी उन्होंने सीने में दर्द उठा। जिसके बाद आनन फानन में उन्हें आकाश अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें पीएसआरआई अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां शनिवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अंदेशा है कि तनेजा की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।
Kumbhakarna Death in Ramlila
बता दें कि इससे पहले दिल्ली के ही शाहदरा के विश्वकर्मा नगर में रामलीला में भगवान राम की भूमिका निभाते समय मंच पर दिल का दौरा पड़ने से 45 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मृतक की पहचान सुनील कौशिक के रूप में हुई थी। सुनील एक प्रॉपर्टी डीलर था। परिवार के सदस्य राहुल कौशिक ने बताया कि सुनील “जय श्री रामलीला” समिति के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। राहुल कोशिक, “चाचा 1987 से राजा राम की भूमिका निभा रहे थे। वह गाना भी गाते थे।”
क्यों मनाया जाता हैं विजयादशमी का त्यौहार ?
हिंदू समाज में विजयादशमी के त्योहार का खास महत्व है। हर साल 9 दिन की नवरात्रि के बाद दशमी के दिन ये त्योहार आता है। इस दिन देश के हर राज्य और जिले में जगह-जगह रावण, कुंभकरण और मेघनाद का पुतला जलाया जाता है।
इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत और अधर्म पर धर्म की जीत के रूप में मनाया जाता है। हिंदू धर्म में मना जाता है कि त्रेतायुग में भगवान राम ने दशहरा के दिन ही रावण का वध किया था। इसलिए इस दिन को भगवान राम की जीत के उत्सव के रूप में मनाते हैं।