Khandwa Railway Station
खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा रेलवे स्टेशन पर रविवार को एक बड़ा हादसा टल गया जब महाराष्ट्र के जलगांव से रवाना हुई एक डबल डेकर मालगाड़ी करीब 147 किलोमीटर तक गलत रूट पर चलती रही। इस घटना ने रेलवे सुरक्षा प्रणाली की गंभीर खामियों को उजागर किया है।
घटना का विवरण:
यह मालगाड़ी आंध्र प्रदेश के पेनुकोंडा से हरियाणा के फारुखनगर (गुड़गांव) के लिए रवाना हुई थी। जलगांव पहुंचने के बाद इसे अमलनेर होते हुए गुजरात और राजस्थान के रास्ते हरियाणा जाना था, लेकिन रेलवे कंट्रोलर की गलती से यह गाड़ी जलगांव से भुसावल की ओर मुड़ गई और वहां से खंडवा स्टेशन तक पहुंच गई। इस दौरान गाड़ी ने करीब 18 छोटे-बड़े स्टेशनों को पार किया, लेकिन किसी भी स्टेशन पर इस गड़बड़ी पर ध्यान नहीं दिया गया।
Khandwa Railway Station
कैसे हादसा टला:
खंडवा स्टेशन के यार्ड में पहुंचने पर मालगाड़ी के पहले डिब्बे की छत ओवरहेड इलेक्ट्रिक (OHE) लाइन से टकरा गई, जिससे बिजली आपूर्ति बंद हो गई और गाड़ी रुक गई। यदि यह घटना न होती, तो आगे चलकर बड़ा हादसा हो सकता था। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
- प्रशासनिक चूक:इस घटना ने रेलवे नियंत्रण प्रणाली में कई सवाल खड़े किए हैं:
- 147 किलोमीटर तक गलत रूट पर चलने के बावजूद किसी भी स्टेशन पर गाड़ी की निगरानी क्यों नहीं हुई?
- कंट्रोल रूम और स्टेशन मास्टर्स के बीच संवाद में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई?
- सिग्नलिंग सिस्टम और ट्रैक मॉनिटरिंग में सुधार की क्या आवश्यकता है?
रेलवे प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और इस गलती के लिए संबंधित अधिकारियों से जवाब-तलब किया गया है। मालगाड़ी को बाद में वापस भुसावल की ओर रवाना कर दिया गया। यह घटना रेलवे सुरक्षा मानकों और निगरानी प्रणाली की कमजोरियों को उजागर करती है। समय रहते गाड़ी के रुकने से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह चेतावनी है कि रेलवे को अपनी सुरक्षा प्रणालियों को और मजबूत बनाने की सख्त जरूरत है।
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