Khalistani Leader Pannu
खालिस्तान समर्थक और ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) संगठन के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। पन्नू ने हाल ही में एक भड़काऊ बयान जारी करते हुए भारत के खिलाफ पाकिस्तान का खुला समर्थन करने की घोषणा की।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई, के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पन्नू ने कहा कि भारतीय सेना को पंजाब के रास्ते पाकिस्तान पर हमला करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उसने कहा कि “यह 2025 है, न कि 1965 या 1971,” और पाकिस्तान को भरोसा दिलाया कि सिख समुदाय उनके साथ मजबूती से खड़ा है।
Khalistani Leader Pannu
पन्नू ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहलगाम में हिंदुओं का नरसंहार एक राजनीतिक साजिश के तहत कराया गया है ताकि पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर बदनाम किया जा सके। उसने दावा किया कि चुनावी लाभ पाने के लिए अपने ही नागरिकों की हत्या करवाई गई।
इसके साथ ही पन्नू ने पाकिस्तान से खालिस्तान को मान्यता देने की कुछ शर्तें भी रखी हैं। उसने वादा किया कि बीस मिलियन सिख पाकिस्तान के साथ ‘ईंट की दीवार’ की तरह खड़े रहेंगे और भारतीय सेना को पंजाब पार नहीं करने देंगे।
भारत सरकार की कार्रवाई
भारत सरकार ने 2020 में गुरपतवंत सिंह पन्नू को आतंकवादी घोषित कर दिया था और उसकी संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया था। पन्नू का पाकिस्तान के साथ गहरा संबंध है। उसने पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद सलमान यूनुस के साथ मिलकर SFJ संगठन को खड़ा किया, जो आईएसआई के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देता है। यूनुस वर्तमान में ‘ग्लोबल खालिस्तान रेफरेंडम’ का समन्वयक है।