KARREGUTTA ENCOUNTE
छत्तीसगढ़ और तेलंगाना राज्य के सीमावर्ती इलाके में कर्रेगुट्टा क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। इस एनकाउंटर में पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) की बटालियन नंबर 1 की तीन महिला माओवादी मारी गईं। पुलिस ने तीनों की पहचान कर ली है और बताया है कि ये तीनों लंबे समय से माओवादी संगठन से जुड़ी हुई थीं और कई हिंसक घटनाओं में शामिल रही हैं।
मारे गए महिला माओवादियों की पहचान इस प्रकार की गई है:
- हुंगी – पीएलजीए बटालियन नंबर 1 की सदस्य थी, जिस पर सरकार की ओर से ₹8 लाख का इनाम घोषित था। वह लंबे समय से नक्सल संगठन से सक्रिय रूप से जुड़ी थी और कई माओवादी घटनाओं में उसका नाम सामने आया था।
- सिंटू – वह भी बटालियन नंबर 1 की सदस्य थी और उस पर भी ₹8 लाख का इनाम था। सिंटू ने भी कई हिंसक नक्सली वारदातों को अंजाम दिया था।
- शांति – तीसरी महिला माओवादी, शांति, पर भी ₹8 लाख का इनाम घोषित था। वह बस्तर क्षेत्र में हुई अनेक नक्सली घटनाओं में शामिल रही थी।
एनकाउंटर के बाद तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और उसके बाद उन्हें उनके परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया की जा रही है।
राज्य सरकार की निगरानी में चला ऑपरेशन
यह मुठभेड़ इस साल का अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन माना जा रहा है। ऑपरेशन की निगरानी राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जा रही थी, और खुद मुख्यमंत्री ने इस पर समीक्षा बैठक की है। इस कार्रवाई से माओवादियों में बड़ी हलचल मची है और बड़ी संख्या में माओवादी अब पहाड़ी क्षेत्रों में घिरते जा रहे हैं।