Kamal Nath can join BJP
भोपाल\ छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव में कुछ ही दिनों का समय बचा है। इससे पहले विपक्ष को लगातार एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस को मध्य प्रदेश से भी बड़ा झटका लग सकता है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पार्टी लाइन से लगभग साइड होते जा रहे थे,
लेकिन अब कमलनाथ बेटे नकुलनाथ के साथ मीडिया की सुर्खियों में हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावे के साथ सोशल मीडिया प्लेटफार्म से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि दोनों नेता जल्द ही भाजपा को ज्वाइन कर सकते हैं। हालांकि अब तक न तो भाजपा की और ना ही कमलनाथ और नकुलनाथ की ओर से ऐसा कोई स्पष्ट संकेत मिला है कि अगला कदम क्या होगा।
Kamal Nath can join BJP
कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने बेटे नकुल के साथ दिल्ली पहुंच गए हैं। दिल्ली में कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मीडिया के सवाल पर कहा- आप सभी उत्साहित क्यों हो रहे हैं? जब मीडिया ने उनसे पूछा कि आप भाजपा में जाने से इंकार नहीं कर रहे हैं। तो उन्होंने कहा कि यह इनकार करने के बारे में नहीं है। ऐसा कुछ है तो मैं आप सभी को सूचित करूंगा…”
बता दें कि कमलनाथ और उनके बेटे के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को उस वक्त और हवा मिली जिस समय नकुलनाथ ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से कांग्रेस लिखा हुआ हटा दिया.नकुलनाथ ने एक्स (ट्विटर), इंस्टाग्राम और फेसबुक तीनों ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लोगो हटाया है।
Kamal Nath can join BJP
कमलनाथ पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के दौरे पर थे, जहां से वह नौ बार सांसद रहे हैं। उनके पुत्र नकुल नाथ 2019 के चुनाव में इस सीट से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए। विधानसभा चुनाव में हार के बाद कमलनाथ को पार्टी की मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया और उनके स्थान पर जीतू पटवारी को जिम्मेदारी सौंप गई थी। मध्य प्रदेश में भाजपा ने 230 सदस्यीय सदन में 163 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी। कांग्रेस सिर्फ 66 सीटें जीतने में कामयाब रही।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिन कमलनाथ को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के तीसरे बेटे की तौर पर देखा जाता था, वह पार्टी छोड़ने के कगार पर कैसे पहुंचे? नवंबर-दिसंबर में मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया। इसके बाद अचानक उन्हें मध्य प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। पार्टी के कार्यक्रमों से भी उन्होंने दूरी बना ली और फिर अचानक उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई।