Judge Lawyers Clash
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ। जिसमे पुलिस ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक कोर्ट रूम में जज और वकील के बीच किसी बात पर बहस हो गई। इसके बाद कोर्ट के अन्य वकील भी वहां पहुंच गए और हंगामा करना शुरू कर दिया।
मामले की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची ने वकीलों को पहले समझाने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज कर दिया। इस लाठीचार्ज में 25-30 वकीलों को चोट आई है। वहीं, एक पुलिसकर्मी भी इसमें घायल हुआ है। खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, बार एसोसिएशन के कुछ पदाधिकारी एक मामले को लेकर जिला जज से मिलने पहुंचे थे, जहां माहौल गरमा गया।
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बताया जा रहा है कि वकीलों द्वारा जिला जज के साथ बदसलूकी की गई। और वकीलों ने तोड़फोड़ के साथ पथराव भी किया है। वहीं विवाद बढ़ता देख जिला जज अपने कक्ष में चले गए। जज और वकीलों में बहसबाजी के चलते जज ने अपनी सुरक्षा में तैनात सिक्योरिटी को बुला लिया। पुलिस ने मामले में एक्शन लेते हुए करीब 50 लोगों पर FIR की है।
वहीं विरोध में वकीलों ने पूरे उत्तर प्रदेश में काम ठप कर दिया। वकीलों ने जज के तबादले की मांग करते हुए काम का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। साथ ही मारपीट में घायल वकीलों के इलाज के लिए 2-2 लाख मुआवजा भी मांगा है। वकीलों का कहना है कि जब तक जज पर कार्रवाई नहीं होगी, वे काम पर नहीं लौटेंगे। उत्तर प्रदेश बार काउंसिल ने 5 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है।
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क्या है पूरा मामला
नाराज वकीलों ने बार सभागार में घटना के बाद एक बैठक की। बैठक में गाजियाबाद बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नाहर सिंह यादव ने 4 नवंबर से कोर्ट परिसर में अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की है। वकीलों का कहना है कि जिला जज की शिकायत हाईकोर्ट से की है। लाठीचार्ज में घायल अधिवक्ता अभिषेक यादव का कहना है कि धोखाधड़ी के मुकदमे में जिला जज अनिल कुमार के यहां सुनवाई थी। डासना में एमएलसी की जमीन घेरकर सौदा करने का मामला है।
आरोपियों ने जमीन का सौदा कर 80 लाख रुपये ले लिए। इस मामले में उनकी जमानत पर जिला जज के यहां सुनवाई थी। उसी दौरान बहस हो गई। उन्होंने जज से कहा कि या तो याचिका पर सुनवाई करें या केस किसी और कोर्ट में ट्रांसफर कर दें। यादव का आरोप है कि इसी पर जिला जज भड़क गए और उन्होंने पुलिस बुला ली।
पुलिस ने कोर्ट रूम में ही वकीलों पर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज में 25-30 वकील घायल हुए हैं। इनमें पांच महिला वकील हैं। पुलिस के लाठीचार्ज से भड़के वकीलों में से कुछ को हिरासत में लेकर पुलिस थाने पहुंची, लेकिन वकीलों के दूसरे ग्रुप ने चौकी में आग लगा दी। तोड़-फोड़ करते हुए फर्नीचर को नुकसान पहुंचाया। खिड़कियों के शीशे तोड़े। कुर्सियां और मेज उठाकर फेंके। मेटल डिटेक्टर भी तोड़ दिया।
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मामले में दर्ज किए गए 2 केस
एडिशनल CP दिनेश पी ने बताया कि मामले में पुलिस ने बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष समेत 50 वकीलों पर 2 केस दर्ज किए हें। एक FIR गाजियाबाद जिला कोर्ट के केंद्रीय नाजिर संजीव गुप्ता ने कराई है। इस केस में अधिवक्ता एवं पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष नाहर सिंह यादव, अभिषेक यादव, दिनेश यादव और 40–50 अज्ञात लोगों को नामजद किया गया है। दूसरी FIR चौकी प्रभारी संजय सिंह ने कराई है। पुलिस चौकी पर पत्थर बरसाने और पुलिस चौकी को जलाने के आरोपी में 50 अज्ञात वकीलों को केस में नामजद किया गया है।