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Jijabai Mata Temple of Madhya Pradesh :भोपाल का अनोखा मंदिर, जहां प्रसाद की जगह चढ़ता है चप्पल-सैंडल, 25 साल में बदले गए 15 लाख से ज्यादा कपड़े-श्रृंगार

Jijabai Mata Temple of Madhya Pradesh 

भोपाल। आज नवरात्री का पहला दिन है और देशभर में देवी मां की पूजा की जा रही हैं, जहां लोग फूल-माला और प्रसाद चढ़ाते हैं। मध्यप्रदेश का राजधानी भोपाल में एक ऐसा अनोखा मंदिर जहां देवी को फूल माला नही चप्पल-जूते चढ़ाए जाते है। आपको सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन यह सच है।

जानकारी के मुताबिक, भोपाल के बंजारी क्षेत्र के कोलार में देवी सिद्धिदात्री का मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है, जिसे जीजाबाई माता मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहाँ देवी को बेटी के रूप में पूजा जाता है। श्रद्धालु यहां देवी को भेंट स्वरूप नई चप्पल और सैंडल अर्पित करते हैं, जो इस पूजा को और भी अनूठा बनाता है।

Jijabai Mata Temple of Madhya Pradesh 

मंदिर में माता को बेटी के रूप में पूजा जाता है।

मंदिर पर 125 सीढ़ी बनी हुई है। वही इस मंदिर को लगभग 25 साल हो गए है। इस मंदिर के पुजारी ओम प्रकाश ने बताया कि मंदिर में मूर्ति की स्थापना के पहले उन्होंने भगवान शिव और माता पार्वती की शादी कराई थी। मंदिर के पुजारी ने माता का कन्यादान किया था। तब से वे माता को बेटी के रूप में पूजते है।

माता का नखरे और शौक भी पूरे किए जाते है

इस मंदिर में चप्पल, चश्मा, घड़ी, छाता और भी सामान चढ़ाया जाता है। मां यहां बाल रूप में विराजमान हैं। बेटी की सेवा में कोई कमी नहीं रह जाए, इसलिए बच्चों और बेटियों के उपयोग का सभी सामान मां को अर्पित किया जाता है. बेटियों की तरह उनके सारे नखरे और शौक भी पूरे किए जाते हैं.

Jijabai Mata Temple of Madhya Pradesh

25 साल में 15 लाख से अधिक कपड़े, चप्पल और श्रृंगार बदले

मंदिर के पुजारी ओम प्रकाश दिन में दो-तीन बार माता रानी के कपड़े बदलते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 25 वर्षों में माता रानी के 15 लाख से अधिक कपड़े, चप्पल और श्रृंगार बदले जा चुके हैं। इसके साथ ही, भक्तों द्वारा विदेशों से भी माता रानी का सामान लाया जाता है। नवरात्रि के दौरान, इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।

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