Jammu assembly
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिल रहा है। जानकारी के मुताबिक सोमवार से जम्मू विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हो रहा है, जिसमें हमले की कड़ी निंदा करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों के समर्थन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया जा सकता है।
यह विशेष सत्र मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के आग्रह पर बुलाया गया है, जिसे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंजूरी दी थी। नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई गई थी। सभी नेता इस बात पर सहमत हैं कि इस कठिन समय में राज्य को एकजुटता का संदेश देना चाहिए।
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भाजपा नेता शाम लाल शर्मा और नेकां विधायक हसनैन मसूदी ने भी कहा कि ऐसी परिस्थितियों में विधानसभा का विशेष सत्र पहली बार बुलाया गया है। चर्चा है कि सिंधु जल संधि को स्थगित करने के केंद्र सरकार के फैसले का भी समर्थन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की जरूरत बताते हुए कश्मीरियों की आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की सराहना की। उन्होंने कहा कि दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, लेकिन निर्दोष लोगों पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए।
इस बीच, पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। श्रीनगर की सड़कों पर लोगों की चहलकदमी और बीएसएफ जवानों द्वारा बच्चों की मदद करते हुए दृश्य सकारात्मक माहौल का संकेत दे रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस हमले की गूंज सुनाई दी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड लैमी के साथ बातचीत कर आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। सुप्रीम कोर्ट ने भी हमले पर शोक व्यक्त करते हुए सभी कानूनी सेवा समितियों को पीड़ितों की मदद के निर्देश दिए हैं।