Israel Gaza Air Strikes
गाजा। इजराइली सेना द्वारा गाजा के दक्षिणी हिस्से खान यूनिस में किए गए ताज़ा हवाई हमले में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। फिलिस्तीनी पत्रकार अहमद मंसूर, जो मौके पर रिपोर्टिंग कर रहे थे, हमले की चपेट में आ गए और जिंदा जलकर उनकी दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मंसूर आग की लपटों में घिरे कुर्सी पर बैठे हुए चीखते नजर आते हैं, जबकि कुछ लोग उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
Israel Gaza Air Strikes
इस हमले में कुल दो पत्रकारों की मौत हो गई और आठ गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इजराइली सेना ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा है कि उनका लक्ष्य पत्रकार हसन एल्स्लेयेह था, जिस पर आरोप है कि वह 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमले में शामिल था। एल्स्लेयेह इस हमले में घायल हो गया है।
हालांकि, पत्रकार संगठनों और मानवाधिकार समूहों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। पत्रकारों की सुरक्षा समिति (CPJ) ने कहा कि इजराइल लगातार मीडिया कर्मियों को निशाना बना रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है।
पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक युद्ध
- 2023 से शुरू हुई इजराइल-हमास जंग अब तक सबसे खतरनाक युद्धों में शुमार हो चुकी है, खासतौर पर मीडिया के लिए।
- CPJ के अनुसार, अब तक 170 से ज्यादा पत्रकार मारे जा चुके हैं,
- जबकि गाजा के अधिकारियों का आंकड़ा 211 पत्रकारों की मौत की पुष्टि करता है।
यह आंकड़े युद्ध में पत्रकारों की असुरक्षा को दर्शाते हैं, जो न केवल रिपोर्टिंग के अधिकार पर हमला है, बल्कि सच को सामने लाने की आज़ादी पर भी सवाल खड़े करता है।
Israel Gaza Air Strikes
जंग का वर्तमान हाल
- 25 मार्च 2025 तक, 50,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत और 1,13,000 से ज्यादा लोगों के घायल होने की पुष्टि हो चुकी है।
- 19 जनवरी को घोषित सीजफायर को 18 मार्च को इजराइल के नए हमले के साथ तोड़ दिया गया, जिसमें 700 से अधिक लोगों की मौत और 3,400 से ज्यादा घायल हो गए।
यह हमले कैदियों की अदला-बदली और संघर्ष विराम की प्रक्रिया को भी विफल कर चुके हैं।