International Yoga Day 2025
-
स्थान: विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश
-
तारीख: 21 जून 2025
-
अवसर: 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
योग का महासंगम: समुद्र तट से गूंजा भारत का योग संदेश
21 जून को पूरी दुनिया के साथ भारत में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस बार का राष्ट्रीय आयोजन विशाखापट्टनम के आरके बीच पर हुआ, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारों लोगों के साथ मिलकर योगाभ्यास किया। कार्यक्रम की थीम रही – “योग संगम”, जो देशभर के 10 लाख से अधिक स्थानों से जुड़ा।
पीएम मोदी ने सुबह 6:30 से 7:45 तक चले कार्यक्रम का नेतृत्व किया और कहा “योग मानवता के लिए वह विराम बटन है, जिसकी सबसे ज्यादा जरूरत आज के तनावपूर्ण दौर में है।”
International Yoga Day 2025
समुद्र से आसमान तक योग: नौसेना के जहाज पर जवानों ने किया अभ्यास
इस आयोजन की खास बात यह रही कि विशाखापट्टनम में नौसेना के जहाजों पर भी जवानों ने योग किया। दिल्ली के करिअप्पा परेड ग्राउंड में सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने भी सेना के अधिकारियों और जवानों के साथ योगाभ्यास किया।

वैश्विक आंदोलन में बदला योग, भारत बना पथप्रदर्शक
पीएम मोदी ने कहा, “जब हमने 21 जून को योग दिवस घोषित करने का प्रस्ताव UN में रखा था, तब 175 देशों ने हमारा समर्थन किया। यह भारत की सांस्कृतिक विरासत का सम्मान है।”
- उन्होंने इस बात पर गर्व व्यक्त किया कि
- दिव्यांग जन योगशास्त्र पढ़ रहे हैं
- वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग कर रहे हैं
- गाँव-गाँव के बच्चे योग ओलंपियाड में भाग ले रहे हैं
International Yoga Day 2025
योग को जन-जन तक पहुँचाने के लिए 10 बड़ी सरकारी पहल
योग को और लोकप्रिय बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 10 नई योजनाओं की घोषणा की, जिनका उद्देश्य योग को हर वर्ग, हर आयु, हर क्षेत्र तक पहुँचाना है।
22,122 आदिवासी बच्चों ने एक साथ सूर्य नमस्कार कर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
इस अवसर पर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बताया कि आंध्र प्रदेश के 22,122 आदिवासी छात्रों ने एक साथ सूर्य नमस्कार कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाई है। यह राज्य के लिए गर्व का क्षण रहा।

“योगांध्र 2025”: आंध्र प्रदेश बना वैश्विक योग आंदोलन का केंद्र
विशेष आयोजन ‘योगांध्र 2025’ में प्रधानमंत्री के साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू भी शामिल हुए। राम मोहन ने सोशल मीडिया पर लिखा “ये हमारे राज्य के लिए गर्व का विषय है कि आज हम वैश्विक योग आंदोलन के केंद्र में हैं।”
योग से जोड़ा देश, अब दुनिया
यह आयोजन केवल एक शारीरिक अभ्यास नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का वैश्विक मंच पर शक्तिशाली प्रदर्शन रहा। योग दिवस ने एक बार फिर दुनिया को यह याद दिलाया कि शांति, संतुलन और स्वास्थ्य के लिए योग ही मार्ग है।

