Indian Navy Operation : 40 घंटों तक भारतीय नौसेना का चला ऑपरेशन, 35 समुद्री लुटेरों ने टेके घुटने, जानिए पूरी खबर

Indian Navy Operation : 40 घंटों तक भारतीय नौसेना का चला ऑपरेशन, 35 समुद्री लुटेरों ने टेके घुटने, जानिए पूरी खबर

Indian Navy Operation

पायरेट ऑफ दी कैरिबियन सीरीज की फिल्में जिनमें एक्टर जॉनी डीप ने कैप्टन जैक्स स्पैरो का किरदार निभाया था। कैप्टन जैक्स स्पेरो का इसलिए याद दिला रहा हूं क्योंकि उसके जैसे ही 35 समुद्री सोमालियाई लुटेरों को भारतीय नौसेना ने धर दबोचा है।

40 घंटे चले ऑपरेशन के बाद इंडियन नेवी ने तीन महीने पहले लुटेरों द्वारा हाइजैक किए गए मालवाहक जहाज को भी सुरक्षित बचा लिया गया है। इसके अलावा पूर्व मर्चेंट शिप रुएन के 17 क्रू मेंबर को भी सुरक्षित निकाल लिया है। जानकारी है कि एमवी रुएन को पिछले साल 14 दिसंबर को सोमाली समुद्री डाकुओं ने अपहरण कर लिया था

गौरतलब है कि नेवी ने 16 मार्च 2024 को अरब सागर में इन 35 सोमलियाई समुद्री लुटेरों को हिरासत में लिया था। इस सफलता का पूरा श्रेय वॉरशिप आईएनएस कोलकाता को जाता है। दरअसल इन लुटेरों ने मालवाहक जहाज को पिछले तीन महीने से अपने कब्जे में रखा था। लंबे ऑपरेशन के बाद समुद्री डाकुओं को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

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अब खबर है कि लुटेरों को हिरासत में लेने के बाद युद्धपोत आईएनएस कोलकाता अब मुंबई पहुंच गया है। IPC के तहत करवाई की जाएगी और येलो गेट पुलिस को कस्टडी सौंपी जाएगी।

जहाज के साथ क्रू मेंबर भी बचाए
भारतीय नौसेना का समुद्र में शक्ति प्रदर्शन, 40 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद 35 समुद्री लुटेरों को पकड़ा
सोमाली के समुद्री डाकुओं के खिलाफ 40 घंटे भारतीय नौसेना के ऑपरेशन के बाद एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। तीन महीने पहले डाकुओं द्वारा हाइजैक किए गए मालवाहक जहाज को सुरक्षित बचा लिया गया है। इसके अलावा पूर्व मर्चेंट शिप रुएन के चालक दल के 17 सदस्यों को भी सुरक्षित निकाल लिया है।

इस तरह चला ऑपरेशन
गौर से देखिए, ये चौकलेटी दिखने वाले समुद्री डाकू खुले समुद्र में डकैती और लूट जैसी वारदात को अंजाम देने में माहिर है। नेवी ने जब इनके खिलाफ एक्शन लिया तो पहले इन्होंने एक ड्रोन को मार गिराया था। साथी ही भारतीय नौसेना पर फायरिंग की। इसके बाद आईएनएस कोलकाता ने जहाज के स्टीयरिंग सिस्टम और नेविगेशनल सहायता को निष्क्रिय कर दिया, जिससे समुद्री डाकू जहाज को रुकने के लिए मजबूर हो गए और सरेंडर कर दिया।

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इस पर मिशन हुआ फतह
आईएनएस कोलकाता पर मौजूद नेवी के अफसरों को समुद्री डाकू जहाज रुएन को भारतीय तट से लगभग 2 हजार 600 किमी दूर रोका था और आईएनएस सुभद्रा, हेल RPA, P8I समुद्री गश्ती विमान और मार्कोस – प्रहार को सी-17 विमान द्वारा हवा में गिराया था। इस कार्रवाई के कारण समुद्री डाकू जहाज रुकने के लिए मजबूर हो गए और। अफसरों को जहाज से अवैध हथियार, गोला-बारूद और कई प्रतिबंधित सामग्री भी बरामद की गई हैं।

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INS कोलकाता की खूबी
आईएनएस कोलकाता नेवी के कोलकाता श्रेणी के स्टील्थ गाइडेड-मिसाइल वॉरशिप है। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के नाम पर रखा गया था। वॉरशिप का निर्माण मझगांव डॉक लिमिटेड में किया गया था इसे 10 जुलाई 2014 को नौसेना सौंपा गया और आधिकारिक तौर पर 16 अगस्त 2014 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नेवी में कमीशन किया।

नेशनल न्यूज एंड पॉलिटिक्स