Indian History
“19 मार्च भारतीय इतिहास का एक ऐसा दिन है, जो आजादी की लड़ाई के जोश, राजनीतिक बदलावों और पड़ोसी देश के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों की मिसाल बनकर दर्ज है।”
रायपुर। भारत के इतिहास में 19 मार्च कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह बना है। आज ही के दिन आजाद हिंद फौज ने तिरंगा फहराया था, दो बड़े नेताओं ने अंतिम सांस ली थी और भारत-बांग्लादेश की मैत्री संधि पर हस्ताक्षर हुए थे।
आजाद हिंद फौज ने फहराया था तिरंगा
19 मार्च 1944 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में आजाद हिंद फौज भारत में दाखिल हुई और मणिपुर के मोइरंग में पहली बार भारतीय तिरंगा फहराया गया। कर्नल शौकत मलिक के नेतृत्व में यह ऐतिहासिक कदम ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक निर्णायक पल साबित हुआ। बाद में मोइरंग को आजाद हिंद फौज का मुख्यालय भी घोषित किया गया था।
Indian History
दो दिग्गज नेताओं का निधन
19 मार्च 1982 को स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी नेता जेबी कृपालानी का निधन हुआ। उन्होंने न सिर्फ नेहरू को प्रधानमंत्री बनाने में अहम भूमिका निभाई, बल्कि बाद में उन्हीं के खिलाफ संसद में पहला अविश्वास प्रस्ताव भी पेश किया।
वहीं, 19 मार्च 1998 को भारत के पहले कम्युनिस्ट मुख्यमंत्री ईएमएस नंबूदरीपाद का निधन हुआ। उन्होंने केरल में शिक्षा और भूमि सुधारों के जरिए राज्य की साक्षरता दर और सामाजिक ढांचे को नई दिशा दी।
Indian History
भारत-बांग्लादेश मैत्री संधि
19 मार्च 1972 को पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच मैत्री संधि पर हस्ताक्षर हुए। यह संधि दोनों देशों के बीच दोस्ती, सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का मजबूत आधार बनी। 1971 की जंग के बाद यह रिश्ता एक नए युग की शुरुआत थी।