Indian Army Press Conference
नई दिल्ली। 7 मई 2025 की रात भारतीय सेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत एक बड़ी और साहसिक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में स्थित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी ठिकानों को एयर स्ट्राइक के जरिए पूरी तरह तबाह कर दिया। यह कार्रवाई हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई है, जिसमें भारतीय सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया था।
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भारतीय वायु सेना और सेना के इस जॉइंट ऑपरेशन में गहन योजना और सटीक हमलों के जरिए आतंकी इन्फ्रास्ट्रक्चर को मिट्टी में मिला दिया गया। बताया जा रहा है कि कई आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, हालांकि आधिकारिक आंकड़ों का खुलासा प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया गया।
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भारतीय सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय की ओर से आज सुबह एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें ऑपरेशन की सफलता की जानकारी दी गई। खास बात यह रही कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो महिला अधिकारी — कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह — भी शामिल रहीं, जिन्होंने इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन दोनों अधिकारियों की उपस्थिति ने देश की सैन्य शक्ति में महिला योगदान की अहमियत को दर्शाया।
विदेश मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई केवल आतंकवाद के खिलाफ थी और भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए आवश्यक थी। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस कार्रवाई के पीछे के कारणों से अवगत कराया गया है। ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के खिलाफ “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति का ताजा उदाहरण है। यह संदेश साफ है कि भारत अपने नागरिकों और जवानों पर हुए किसी भी हमले को अनदेखा नहीं करेगा।
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कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
गुजरात की रहने वाली और बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट कर्नल कुरैशी 1999 में शॉर्ट सर्विस कमीशन से सेना में भर्ती हुई थीं। वे 2016 में अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारत की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं। उनका सैन्य इतिहास चार पीढ़ियों से जुड़ा है।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह कौन हैं?
भारतीय वायुसेना की हेलिकॉप्टर पायलट व्योमिका सिंह बचपन से ही फाइटर बनने का सपना रखती थीं। सेना की ब्रीफिंग में उनकी मौजूदगी उनके रणनीतिक महत्व को दर्शाती है, हालांकि उनकी जानकारी अभी सार्वजनिक स्तर पर सीमित है।