Indian Air Force
नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के सफल संचालन के बाद भारतीय वायुसेना को अब सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल और पूरी ताकत से जवाबी कार्रवाई करने की खुली छूट दे दी गई है। सरकार की ओर से यह फैसला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, अगर वायुसेना को किसी प्रकार की घुसपैठ, ड्रोन गतिविधि या अन्य संदेहास्पद हरकत दिखाई देती है, तो वे बिना किसी अतिरिक्त अनुमति के जवाबी हमला कर सकते हैं। यह फैसला सीमा पर बढ़ते खतरे और हालिया घटनाओं के मद्देनज़र लिया गया है।
गौरतलब है कि 6-7 मई की रात भारतीय सेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” को अंजाम देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इस कार्रवाई में सौ से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है। भारत की इस सख्त जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बौखला गया है और लगातार एलओसी पर फायरिंग कर रहा है।
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बता दें कि बुधवार (07 मई) को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती गांवों पर भारी गोलाबारी की, जिसमें 4 बच्चों और एक सैनिक समेत कुल 15 लोगों की जान चली गई। इसके जवाब में भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ प्रतिक्रिया दी और कई पाकिस्तानी चौकियों को नष्ट कर दिया।
पाकिस्तान की इन लगातार नापाक हरकतों को देखते हुए अब भारत सरकार ने भारतीय वायुसेना को पूरी तरह से खुली छूट दे दी है। यदि वायुसेना को किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि नजर आती है, तो वह बिना किसी अतिरिक्त अनुमति के सीधे जवाबी कार्रवाई कर सकती है। इसका उद्देश्य देश की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। अजीत डोभाल ने पीएम मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की है। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई है, जिसमें सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता शामिल हो रहे हैं।
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एहतियाती कदम:
- देशभर में 27 एयरपोर्ट्स को फिलहाल बंद कर दिया गया है, जिनमें श्रीनगर, जम्मू, चंडीगढ़, अमृतसर और लुधियाना जैसे उत्तर और पश्चिम भारत के एयरपोर्ट शामिल हैं।
- पंजाब के फिरोजपुर के सीमावर्ती इलाकों से लोगों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
- फिलहाल भारत-पाकिस्तान के बीच स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है, और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए भारत की सेनाएं पूरी तरह तैयार हैं।