ICC New Cricket Rules
नई दिल्ली। क्रिकेट के खेल में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं, लेकिन इस बार जो बदलाव आ रहे हैं, वो क्रिकेट की तस्वीर ही बदल सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने वनडे क्रिकेट के नियमों में बड़ा फेरबदल करते हुए दो नई गेंदों के इस्तेमाल और कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम को लेकर नई प्रणाली को मंजूरी दी है। इसके साथ ही बाउंड्री कैच और डीआरएस को लेकर भी नियमों में बदलाव तय किए गए हैं, जिन्हें जून और जुलाई महीने से क्रमशः टेस्ट, वनडे और टी20 क्रिकेट में लागू किया जाएगा।
गौरतलब है कि वनडे फॉर्मेट में अब तक एक पारी में दो नई गेंदों का इस्तेमाल दोनों छोर से 25-25 ओवर तक किया जाता था, जिससे गेंद के रिवर्स स्विंग करने की संभावना लगभग खत्म हो गई थी। इस वजह से बल्लेबाजों का दबदबा लगातार बढ़ता गया। लेकिन अब नए नियम के तहत केवल 34 ओवर तक ही दो गेंदों का इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके बाद गेंदबाजी टीम दोनों में से किसी एक गेंद को चुनेगी और उसी से बचे हुए 16 ओवर डाले जाएंगे। इसका सीधा फायदा यह होगा कि गेंद थोड़ी पुरानी होगी, जिससे रिवर्स स्विंग की संभावना बढ़ेगी और गेंदबाजों को अंत के ओवरों में अधिक सहायता मिल सकेगी। अगर कोई मैच 25 ओवर या उससे कम का कर दिया जाता है, तो उस स्थिति में पूरी पारी के लिए केवल एक नई गेंद दी जाएगी।
ICC New Cricket Rules
आईसीसी ने कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम में भी बड़ा बदलाव करते हुए एक नई प्रणाली अपनाई है। अब टीमों को मैच शुरू होने से पहले अपने 11 खिलाड़ियों के अलावा पांच और खिलाड़ियों के नाम मैच रेफरी को सौंपने होंगे। ये पांच खिलाड़ी अलग-अलग भूमिकाओं के होंगे—एक तेज गेंदबाज, एक स्पिनर, एक विकेटकीपर, एक बल्लेबाज और एक ऑलराउंडर।
अगर मैच के दौरान किसी खिलाड़ी को सिर में चोट लगती है और वह मैदान से बाहर जाता है, तो उसकी जगह केवल उसी भूमिका का खिलाड़ी ही मैदान पर उतर सकता है। इस फैसले के पीछे की वजह यह है कि कई बार टीमें कन्कशन सब्स्टीट्यूट के नाम पर ऐसे खिलाड़ी उतार देती थीं जो खेल की दिशा ही बदल सकते थे।
अब यह नियम खेल को अधिक निष्पक्ष और पारदर्शी बनाएगा। अगर किसी कारणवश वह रिप्लेसमेंट खिलाड़ी भी चोटिल हो जाए, तो मैच रेफरी को यह अधिकार होगा कि वह उस सूची से बाहर के किसी खिलाड़ी को भी अनुमति दे सके।
इसके अलावा बाउंड्री लाइन पर कैच को लेकर भी नियम बदले गए हैं। पहले खिलाड़ी गेंद को बाउंड्री के अंदर पकड़कर हवा में उछाल देते थे और खुद बाहर जाकर फिर से कैच लेते थे, जिससे बल्लेबाज आउट हो जाता था। अब यह तरीका मान्य नहीं होगा। नए नियम के मुताबिक, कोई भी कैच तब तक वैध नहीं माना जाएगा जब तक कैच लेने वाला खिलाड़ी पूरी तरह से मैदान के अंदर मौजूद न हो। MCC ने इस तकनीक को ‘बनी हॉप’ कहा है और इसे पूरी तरह से अवैध करार दिया गया है।
ICC New Cricket Rules
आईसीसी ने डीआरएस को लेकर भी कुछ बदलाव करने की बात कही है, जिनकी औपचारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी। इन बदलावों के पीछे मंशा यह है कि आधुनिक तकनीक का सही और पारदर्शी उपयोग हो और खिलाड़ियों के निर्णयों को लेकर विवाद की गुंजाइश कम की जा सके।
इन नए नियमों को लागू करने की तारीखें भी तय कर दी गई हैं। टेस्ट क्रिकेट में यह बदलाव 17 जून से लागू होगा, जब श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज शुरू होगी। वनडे क्रिकेट में ये नियम 2 जुलाई से और टी20 फॉर्मेट में 10 जुलाई से लागू किए जाएंगे। इन दोनों ही बदलावों की शुरुआत भी श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच होने वाली सीरीज से ही होगी।
आईसीसी का यह कदम क्रिकेट को और अधिक संतुलित, प्रतिस्पर्धी और रोमांचक बनाने की दिशा में बड़ा प्रयास माना जा रहा है। इन नए नियमों से जहां गेंदबाजों को अंत के ओवरों में अधिक सहायता मिलेगी, वहीं कन्कशन सब्स्टीट्यूट में पारदर्शिता से खेल की नैतिकता भी बनी रहेगी। बाउंड्री कैच और डीआरएस में प्रस्तावित सुधार फील्डिंग और फैसले दोनों में स्पष्टता लाएंगे। कुल मिलाकर, क्रिकेट का खेल अब पहले से कहीं ज्यादा संतुलित और दर्शनीय होने जा रहा है।