AB News

Holi Festival 2024 : शहर और ग्रामीण अंचलों में परंपराओं का तानाबाना

Holi Festival 2024

वसंत पंचमी के आगमन के साथ ही, शहरों और गांवों में होली का उत्साह रंगों में उतरने लगता है। फाग के गीतों की मधुर धुनों से वातावरण गुंजायमान हो जाता है। शहरी क्षेत्रों में होली मनाने का तरीका थोड़ा आधुनिक हो गया है, जबकि ग्रामीण अंचलों में आज भी परंपराओं का पालन पूरे उत्साह के साथ किया जाता है।

फाग प्रतियोगिता का आयोजन

वसंत पंचमी के साथ ही शहर से लेकर गांव में फाग शुरू हो जाता है। ग्रामीण अंचल का अपना अलग अंदाज होता है। दिनभर हाड़तोड़ मेहनत और रात में फाग के धून में अपनी थकान मिटाते नजर आते हैं ग्रामीण। यह सिलसिला देर रात तक चलते रहता है। जैसे-जैसे हाेली का पर्व नजदीक आते जाता है फाग का रस भी उसी अंदाज में बढ़ने लगता है। होली के आते-आते फाग सुबह से लेकर रात तक चलना शुरू हो जाता है। होलिका दहन के दिन तो यह उत्सव प्रतियाेगिता में बदल जाता है। जगह-जगह फाग गायन प्रतियोगिता आयोजन किया जाता है। प्रतियोगिता के बहाने लोगों को जुड़ाव होता है और परंपरा का निर्वहन भी।

READ MORE – CHHATTISGARH NEWS : नारी न्याय गारंटी योजना को लेकर आज कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन रायपुर में प्रेस वार्ता का आयोजन

शहरी होली:

रंगों का खेल: शहरों में होली रंगों का त्योहार बन गया है। लोग एक-दूसरे पर रंग डालकर खुशी मनाते हैं।डीजे और पार्टी: शहरों में डीजे की धुनों पर होली पार्टियों का आयोजन किया जाता है।पानी का प्रयोग: कुछ स्थानों पर पानी का भी खूब इस्तेमाल होता है।रंगों की थीम: कुछ लोग एक विशेष रंग की थीम चुनकर होली मनाते हैं।

ग्रामीण होली:

Exit mobile version