spot_img
Thursday, October 16, 2025

Parole Extended : कारोबारी अनवर ढेबर की पैरोल अवधि बढ़ाई गई…! मां की तबियत खराब होने पर मिली सात दिन की राहत

रायपुर, 15 अक्टूबर।Parole Extended : चर्चित कारोबारी अनवर ढेबर की पैरोल अवधि चार दिन से बढ़ाकर अब सात दिन कर दी गई है। अनवर ढेबर...

Latest Posts

Holi 2025 Chandra Grahan : होली पर चंद्र ग्रहण, आस्था, विज्ञान और परंपरा का अनोखा संगम

Holi 2025 Chandra Grahan

रायपुर। रंगों का त्योहार होली हर साल भारत में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस बार होली और चंद्र ग्रहण का संयोग इसे और भी खास बना रहा है। 14 मार्च को लगने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण केवल खगोलीय दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इससे धार्मिक और पौराणिक मान्यताएँ भी जुड़ी हुई हैं। इस खगोलीय घटना के दौरान चंद्रमा गहरे लाल रंग में दिखाई देगा, जिसे ब्लड मून भी कहा जाता है।

READ MORE – CG Congress Protest : ईडी की छापेमारी पर छत्तीसगढ़ में सियासी संग्राम, कांग्रेस का प्रदेशव्यापी प्रदर्शन

चंद्र ग्रहण के दौरान यह माना जाता है कि वातावरण में ऊर्जा का स्तर बदल जाता है। ऐसे में कई लोग ग्रहण के दौरान किसी भी शुभ कार्य से बचने की सलाह देते हैं। हालांकि, ज्योतिषियों के अनुसार यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा, इसलिए इसका कोई धार्मिक प्रभाव नहीं पड़ेगा, और होली का उत्सव पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा सकता है।

Holi 2025 Chandra Grahan

होलिका दहन: शुभ मुहूर्त और भद्रा काल

होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त 13 मार्च की रात 11:28 बजे के बाद है, क्योंकि इससे पहले भद्रा काल रहेगा, जो अशुभ माना जाता है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि अगर होलिका दहन सही समय पर किया जाए, तो यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर, सुख-समृद्धि और शुभता का संचार करता है।

क्या ग्रहण का प्रभाव रंगों की होली पर पड़ेगा?

बता दें कि रंगों की होली 14 मार्च को खेली जाएगी, और भारतीय मान्यताओं के अनुसार यदि ग्रहण भारत में दृश्य नहीं है, तो उसका त्योहारों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। इसलिए रंगों की होली को पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा सकता है।

Holi 2025 Chandra Grahan

पूर्ण चंद्र ग्रहण तब होता है, जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं और पृथ्वी की छाया चंद्रमा को पूरी तरह ढक लेती है। इस दौरान चंद्रमा का रंग गहरा लाल हो जाता है, जिसे ब्लड मून कहते हैं। वैज्ञानिकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण घटना होती है, जिसे देखने के लिए दुनियाभर के खगोलशास्त्री उत्साहित रहते हैं।

गौरतलब है कि इस बार होली और चंद्र ग्रहण का संयोग एक दुर्लभ खगोलीय घटना है। लेकिन चूंकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इसका कोई धार्मिक प्रभाव नहीं होगा। भारतीय संस्कृति में त्योहार केवल धार्मिक मान्यताओं से ही नहीं, बल्कि सामाजिक और वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए, इस बार भी होली पूरे उत्साह, उमंग और रंगों के साथ मनाई जाएगी।

READ MORE – Korba Breaking News : भाजपा के भीतर टिकट के बदले सौदेबाजी? 1 लाख देकर भी कार्यकर्ता रह गया ठगा!

Latest Posts

spot_imgspot_img

Don't Miss

Stay in touch

To be updated with all the latest news, offers and special announcements.