Raipur Ganesh Murti Controversy: रायपुर में कार्टून और ऑफ-शोल्डर गणपति प्रतिमा से भड़के हिंदू संगठन, एसपी कार्यालय पहुंचकर की ये मांग
Kumud Mishra
Raipur Ganesh Murti Controversy: रायपुर। राजधानी रायपुर में इस बार गणेशोत्सव का रंग-ढंग हर जगह अलग-अलग देखने को मिल रहा है। शहर के पंडालों में आकर्षक और भव्य प्रतिमाओं के साथ-साथ कई जगह प्रयोगात्मक रूप भी नजर आ रहे हैं। लेकिन इन्हीं प्रयोगों ने अब बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। कई पंडालों में कार्टून कैरेक्टर, बेबी डॉल जैसी डिजाइन और ऑफ-शोल्डर स्टाइल वाली गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं, जिन्हें देखकर धार्मिक संगठनों और संत समाज ने कड़ा ऐतराज जताया है।
Raipur Ganesh Murti Controversy:रायपुर शहर में गणेशोत्सव के दौरान बड़ी संख्या में पंडाल सजाए गए हैं। इनमें से कुछ आयोजकों ने परंपरागत स्वरूप से हटकर आधुनिक स्टाइल की मूर्तियाँ बनवाई हैं। सोशल मीडिया पर जैसे ही इन प्रतिमाओं की तस्वीरें वायरल हुईं, वैसे ही लोगों में गुस्सा फैल गया। कई भक्तों और संगठनों का कहना है कि गणपति को कार्टून, डॉल या फैशन-स्टाइल में दिखाना भगवान का अपमान है।
Raipur Ganesh Murti Controversy: विवाद बढ़ने के बाद शहर के कई हिंदू संगठनों और संत समाज ने मिलकर मोर्चा खोल दिया। सोमवार को दर्जनों कार्यकर्ता रायपुर के एसपी कार्यालय पहुंचे और प्रशासन से इस पर तुरंत कार्रवाई की मांग की। संगठनों ने कहा कि इस तरह की प्रतिमाएं सनातन धर्म की आस्था के साथ खिलवाड़ हैं। गणपति बप्पा हमारे आराध्य हैं और उन्हें कार्टून या डॉल जैसा रूप देना अनुचित है।
संगठनों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ असामाजिक तत्व जानबूझकर माहौल बिगाड़ने के लिए ऐसे कदम उठा रहे हैं। उनका मकसद हिंदू समाज की भावनाओं को आहत करना और धार्मिक उन्माद फैलाना है।
Raipur Ganesh Murti Controversy: हिंदू संगठनों ने एसपी रायपुर को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि जिन पंडालों में ऐसी प्रतिमाएं लगाई गई हैं, उनका तुरंत विसर्जन कराया जाए। साथ ही आयोजकों पर कड़ी कार्रवाई हो ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह का कृत्य करने की हिम्मत न कर सके।
संत समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि गणेशोत्सव सिर्फ एक उत्सव नहीं बल्कि सनातन संस्कृति की पहचान है। इसमें इस तरह के प्रयोग करना परंपरा और श्रद्धा के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
सोशल मीडिया पर बहस
Raipur Ganesh Murti Controversy: इस पूरे मामले ने सोशल मीडिया पर भी तूल पकड़ लिया है। कई लोग इन अनोखी प्रतिमाओं को क्रिएटिविटी बता रहे हैं तो वहीं बड़ी संख्या में लोग इसे धर्म का अपमान मानते हुए आयोजकों पर नाराजगी जता रहे हैं। ट्विटर और फेसबुक पर #RaipurGaneshMurti और #GaneshUtsav जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे हैं।
Raipur Ganesh Murti Controversy: एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने संबंधित आयोजकों को नोटिस भेजने की तैयारी शुरू कर दी है और पंडालों की जांच भी करवाई जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि त्योहारों के समय किसी भी तरह की असंवेदनशील गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी और शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
Raipur Ganesh Murti Controversy:गणेशोत्सव भारत के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में इसका विशेष महत्व है। पारंपरिक रूप से गणपति प्रतिमाएं धार्मिक ग्रंथों और लोक परंपराओं के आधार पर बनाई जाती रही हैं। लेकिन बीते कुछ वर्षों में आधुनिकता और ग्लैमर के चलते प्रतिमाओं के डिजाइनों में बदलाव देखने को मिल रहा है। रायपुर का यह विवाद इसी संघर्ष की एक झलक है – जहां एक ओर नई पीढ़ी प्रयोगों को अपनाती है, वहीं दूसरी ओर परंपरावादी समाज इन्हें अस्वीकार्य मानता है।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस विवाद को कैसे सुलझाता है। क्या आपत्तिजनक मानी जा रही प्रतिमाओं का विसर्जन होगा या आयोजकों को चेतावनी देकर मामला शांत कराया जाएगा? फिलहाल रायपुर शहर में इस विवाद को लेकर चर्चा गर्म है और भक्त समुदाय प्रशासन की कार्रवाई पर निगाहें टिकाए हुए है।