Himachal Weather
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मानसून बना मुसीबत, हिमाचल में कहर बरपा
देशभर में सक्रिय मानसून ने पहाड़ से मैदान तक तबाही मचाई है। हिमाचल प्रदेश में कंगना रनौत के लोकसभा क्षेत्र मंडी में चार जगह बादल फटने से भारी तबाही मची है। वहीं शिमला में भूस्खलन से एक पांच मंजिला इमारत महज 5 सेकंड में जमींदोज हो गई। बारिश और बाढ़ के चलते 259 सड़कें बंद, 23 लोगों की मौत, और 130 जल योजनाएं बाधित हो गई हैं।
मंडी में सबसे अधिक तबाही, ब्यास नदी उफान पर
मंडी जिले के पंडोह डैम से 1.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद बाजारों में पानी भर गया। बारिश की तीव्रता इतनी अधिक है कि पिछले साल की त्रासदी की यादें ताजा हो गईं। मंडी में 144.4 मिमी, पंडोह में 123 मिमी और मुरारी देवी में 113.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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शिमला में तबाही का मंजर
राजधानी शिमला के भट्टा कुफ्फार इलाके में 5 मंजिला इमारत देखते ही देखते गिर पड़ी। रामपुर में बादल फटने से एक शेड बह गया, जिसमें कई गायें बहकर लापता हो गईं। मौसम विभाग ने हिमाचल के कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों के लिए बाढ़ और भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
झारखंड में भी बारिश का कहर
मौसम विभाग ने झारखंड के रांची, गुमला, सिमडेगा, पश्चिमी-पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां में तेज बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी है। 1 से 6 जुलाई तक राज्य भर में हल्की से भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
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हरियाणा के 7 जिलों में झमाझम बारिश, स्कूल खुले और बारिश शुरू
हरियाणा में स्कूल खुलने के पहले ही दिन से बारिश ने दस्तक दे दी। पानीपत, झज्जर, रेवाड़ी, जींद, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी और सोनीपत में सुबह से बारिश हो रही है। जून में 30% अधिक बारिश दर्ज की गई और आगामी 3 दिन मौसम खराब रहने का अनुमान है।
देश के कई राज्य फिलहाल प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति से जूझ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश सबसे ज़्यादा प्रभावित है जहां भारी बारिश और बादल फटने से जनजीवन ठप हो गया है। मौसम विभाग ने हिमाचल, झारखंड और हरियाणा समेत कई राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क और सुरक्षित रहने की अपील की है।