लखीमपुर खीरी, 09 अक्टूबर। Heavy Fines : लखीमपुर खीरी की जिलाधिकारी और 2010 बैच की आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के खिलाफ भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आइएआरआइ) ने दिल्ली स्थित उनके बंगले पर तीन वर्षों तक बिना अनुमति कब्जे के लिए 1,63,57,550 रुपये के हर्जाने की मांग की है।
इस मामले में राज्य सरकार ने आइएआरआइ के निदेशक को पत्र लिखकर हर्जाने की धनराशि वसूलने पर पुनर्विचार करने और पेनाल्टी को कम करने की अपील की है। वहीं, दुर्गा शक्ति नागपाल ने इस नोटिस को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में भी चुनौती दी है।
जानकारी के मुताबिक, दुर्गा शक्ति नागपाल वर्ष 2013 में नोएडा में तैनाती के दौरान बालू माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और एक धार्मिक स्थल की दीवार तोड़वाने के मामले को लेकर सुर्खियों में आई थीं। उस समय तत्कालीन सपा सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था। बाद में वर्ष 2015 में उनकी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति हुई और उन्हें तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह के ओएसडी के तौर पर नियुक्त किया गया था।
अप्रैल 2015 में उन्हें दिल्ली के आइएआरआइ के पूसा कैंपस स्थित बंगला नंबर बी-17 आवंटित किया गया था, जिसके कब्जे को लेकर अब विवाद उत्पन्न हुआ है। मामले की जांच और कोर्ट में चल रही कार्यवाही जारी है। आगामी दिनों में इस पर और विस्तार से जानकारी मिलने की उम्मीद है।