Haryana Internet Ban
चंडीगढ़। हरियाणा में किसान आंदोलन का असर अभी से दिखना शुरू हो गया है। जिसके कारण किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए हरियाणा सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवा को राज्य के कई जिलों में बंद करने का फैसला किया है। इसके लिए हरियाणा के गृह मंत्रीलय की तरफ से आदेश जारी किया गया है। जारी आदेश के अनुसार सरकार ने पंजाब की सीमा के साथ लगते 7 जिलों में तीन दिन तक इंटनेट सेवा बंद करने का फैसला किया है।
जिसमें अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकार क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर, मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क एसएमएस और सभी डोंगल सेवाएं आदि बंद कर दी गईं। बता दें कि हरियाणा सरकार का ये आदेश 11 फरवरी की सुबह 6 बजे से 13 फरवरी की रात 11:59 बजे तक लागू रहेगा।
Haryana Internet Ban
आदेशों के अनुसार, वट्सऐप, फेसबुक, एक्स आदि के माध्यम से मेसेज नहीं भेजे जा सकेंगे। आम जनता की सुविधा को देखते हुए इस अवधि के दौरान व्यक्तिगत मेसेज भेजने, फोन रिचार्ज करने, बैंकिंग SMS, वायस कॉल, ब्रॉडबैंड के माध्यम से इंटरनेट सर्विस, कॉरपोरेट और घरेलू लाइन सुचारू रूप से जारी रहेंगी।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए कानून बनाने सहित कई मांगों को स्वीकार करने के सिलसिले में केंद्र पर दबाव बनाने को लेकर 13 फरवरी को ‘दिल्ली चलो’ मार्च की घोषणा की थी। जिसके कारण मार्च से पहले ही हरियाणा सरकार पूरी तरह से अलर्ट है। इस मार्च में 200 से अधिक किसान यूनियन के हिस्सा लेने की संभावना हैं।
Haryana Internet Ban
वहीं किसानों द्वारा इस प्रदर्शन के दौरान किसी तरह की अफवाहें ना फैले इसे ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने इंटरनेट सेवाओं को कुछ दिनों के लिए बंद रखने का निर्णय लिया है। हरियाणा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) समेत केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियां तैनात की गई हैं।
अधिकारीयों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने किसानों से अगले सप्ताह होने वाले मार्च में बिना अनुमति के भाग नहीं लेने को कहा है। इसके साथ ही सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालो पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है। अधिकारियों ने शुक्रवार को जानकादी दी थी कि किसी को भी शांति वयवस्था बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा।