नई दिल्ली. भारत निर्वाचन आयोग में दो खाली पदों पर भर्ती कर दी गई है, ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू चुनाव आयुक्त बनाए गए है, ये दोनों रिटायर्ड आईएस हैं, निर्वाचन आयोग के दोनों आयुक्त के पद पहले अनूप चंद्र पाण्डेय के फरवरी में रिटायरमेंट और फिर हाल ही में अरुण गोयल के इस्तीफे से खाली हुए थे.

ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर हैं, वो केंद्रीय गृह मंत्रालय में कश्मीर डिविजन के उस वक्त इनचार्ज थे जब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया था, 1988 बैच के आईएएस ज्ञानेश कुमार मई, 2022 में सहकारिता मंत्रालय के सचिव बनाए गए, उन्हें संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव पद से ट्रांसफर किया गया था, वो 31 जनवरी, 2024 को रिटायर हुए है.
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सुखबीर संधू 1998 बैच के रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर हैं, 2021 में पुष्कर सिंह धामी जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनाए गए तब प्रदेश के मुख्य सचिव के पद पर सुखबीर संधू ही थे, उससे पहले संधू राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के चेयरमैन और मानव संसाधन मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग में अडिशनल सेक्रेटरी की भूमिका में भी रहे, सुखबीर संधू ने अमृतसर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी से इतिहास में एम डिग्री हासिल की है, उनके पास कानून की डिग्री भी है.
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दोनों चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के साथ केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम पूरी हो गई है, निर्वाचन आयोग के मुखिया यानी देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार हैं, उन्होंने 15 मई, 2022 को भारत के पांचवें मुख्य चुनाव आयुक्त का पद संभाला था, इससे पहले वो 1 सितंबर, 2020 को चुनाव आयुक्त बनाए गए थे, राजीव कुमार 1984 बैच के बिहार-झारखंड कैडर के आईएएस हैं, उन्होंने पब्लिक एंटरप्राइजेज सेलेक्शन बोर्ड के चेयरमैन, केंद्रीय वित्त मंत्रालय में सचिव, वित्तीय सेवाओं के सचिव और स्थापना अधिकारी के पद भी संभाले हैं.