Gwalior Police beat in custody
शकील साजिद. रायपुर\ग्वालियर। ग्वालियर प्रभावशाली लोगों के यहां हुई चोरी का खुलासा करने की जल्दबाजी में पुलिस की बेरहमी सामने आई है। जिसमें एक निर्दोष ऑटो चालक के साथ न सिर्फ उसकी मारपीट कर हाथ पैर तोड़ दिए गए, बल्कि क्राइम ब्रांच के थाना प्रभारी अजय पावर ने उसे पेशाब भी पिलाई ताकि आरोपी अपना जुर्म कबूल कर ले।ये सनसनीखेज आरोप आटो चालक दीपक ने पडा़व थाने और क्राइम ब्रांच पुलिस पर लगाया है।
दीपक को पडाव थाने के पुलिस के आरक्षक ने किसी एक्सीडेंट के सिलसिले में बात करने बुलाया था। दीपक अपनी भांजी की शादी में व्यस्त था। शिवपुरी से आकर वह खुद ही पड़ाव थाने पहुंच गया था। लगातार कई दिनों की मारपीट के बाद जब ऑटो चालक दीपक शिवहरे की तबीयत बिगड़ी तब उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया ।जहां कई दिनों के इलाज के बाद दीपक अपने सिकंदर कंपू में स्थित किराए के मकान में लौटा।
Gwalior Police beat in custody
उसकी पत्नी का 5 साल पहले कैंसर से निधन हो चुका है ।5 साल के बेटे की परवरिश के लिए वह किसी अन्य ऑटो मालिक का वाहन लेकर किराए पर चलाता है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पड़ाव थाना क्षेत्र में एक कार से करीब बारह लाख रुपए का सोना चोरी हुआ था।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दीपक शिवहरे सहित कई लोगों को पकड़ा गया और उनके साथ भी पुलिस ने बर्बरता की ।हालांकि पुलिस अभी तक इस चोरी का खुलासा नहीं कर सकी है । चोरी मामले के फरियादी चेंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े हुए हैं इसलिए पुलिस मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने की कोशिश में बेबसों पर जुल्म ढा रही है।
लेकिन शक की बिना पर उसने कई गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है। जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा दीपक शिवहरे को भुगतना पड़ा है। हाथ पैर टूटने के कारण वह ऑटो भी नहीं चला पा रहा है। इकलौते बेटे की जिम्मेदारी ने उसे और ज्यादा परेशान कर दिया है।
वह मंगलवार को धर्मवीर सिंह,एसपी,ग्वालियर की जनसुनवाई में भी गया था लेकिन वहां भी उसकी पुकार नहीं सुनी गई। शुक्रवार को कुछ खबरनवीसों ने दीपक का हाल-चाल जाना ।तब इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ। मामला बढ़ता देख अब एसपी ने जांच के आदेश दिए हैं।