AB News

GST Rate Cuts : कपड़े-जूते पर अब सिर्फ 5% टैक्स…! Shopping करने से पहले जरूर पढ़ें

GST Rate Cuts: Now only 5% tax on clothes and shoes...! Must read before shopping

GST Rate Cuts

नई दिल्ली, 04 सितंबर। GST Rate Cuts : देशभर के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलने जा रही है। केंद्र सरकार ने जीएसटी (GST) दरों में बड़ा बदलाव करते हुए 12% और 28% टैक्स स्लैब को समाप्त कर दिया है। अब केवल दो स्लैब 5% और 18% – लागू होंगे। इसका सीधा असर आम जरूरत के सामानों की कीमतों पर पड़ेगा, खासकर कपड़े, जूते, खाद्य पदार्थ, और दैनिक उपभोग की वस्तुओं पर। नई दरें 22 सितंबर 2025 से लागू होंगी।

क्या बदला है?

टैक्स स्लैब (पहले) टैक्स स्लैब (अब) असर
12% या 28% समाप्त इन श्रेणियों को अब 5% या 18% में शामिल किया गया
5% और 18% लागू केवल दो स्लैब रहेंगे

कपड़े और रेडीमेड गारमेंट्स पर जीएसटी में बदलाव

प्रोडक्ट कीमत (₹) पहले जीएसटी अब जीएसटी फर्क
शर्ट / टी-शर्ट ≤ ₹2,500 12% 5% 7% कम
जींस / रेडीमेड कपड़े ≤ ₹2,500 12% 5% 7% कम
साड़ी (₹3,000 की) > ₹2,500 12% 18% 6% ज़्यादा
ब्रांडेड महंगे कपड़े > ₹2,500 12% 18% महंगे

उदाहरण

जूते पर राहत या बोझ?

प्रोडक्ट कीमत (₹) पहले जीएसटी अब जीएसटी फर्क
जूते (लेदर, रबर आदि) ≤ ₹2,500 12% 5% सस्ते
जूते > ₹2,500 12% 18% महंगे
महंगे ब्रांडेड जूते ₹15,000 तक 28% 18% सस्ते

उदाहरण

10,000 रुपये की खरीदारी पर कितना फायदा?

यदि आप शॉपिंग मॉल या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से ₹2,500 से कम कीमत वाले जूते, कपड़े और अन्य चीजें खरीदते हैं और कुल खर्च ₹10,000 होता है, तो:

जीएसटी दर कुल खर्च जीएसटी रकम कुल भुगतान
पहले 12% ₹10,000 ₹1,200 ₹11,200
अब 5% ₹10,000 ₹500 ₹10,500

आपकी बचत: ₹700

रियायती GST दरों की मुख्य सूची

उत्पाद कीमत सीमा नई GST दर पहले दर बचत/अंतर
शर्ट, टी-शर्ट ≤ ₹2,500 5% 12% सस्ती
जूते (लेदर/रबर सोल) ≤ ₹2,500 5% 12% सस्ती
जींस, ट्राउजर, रेडीमेड कपड़े ≤ ₹2,500 5% 12% सस्ती
साड़ी, ब्रांडेड कपड़े > ₹2,500 18% 12% महंगी
ब्रांडेड जूते (₹15,000) > ₹2,500 18% 28% सस्ती

22 सितंबर से लागू हो रही नई जीएसटी दरें आम ग्राहकों के लिए बड़ी राहत लेकर आएंगी, खासकर मिड-रेंज कपड़े और जूते खरीदने वालों के लिए। हालांकि ₹2,500 से ऊपर के प्रोडक्ट अब पहले से थोड़े महंगे हो सकते हैं। यह बदलाव खासतौर पर त्योहारों से पहले लोगों की जेब को राहत देगा।

Exit mobile version