Google lays off
कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन करने के मामले में गूगल ने बड़ा एक्शन लेते हुए अपने 28 कर्मचारियों कौ नौकरी से निकाल दिया है। खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को गूगल के कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क स्थित ऑफिस में कई कर्मचारियों ने कंपनी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इस दौरान कई प्रदर्शनकारी ऑफिस के बॉस के केबिन तक पहुंचकर वहां प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। द वर्ज ने अपनी रिपोर्ट में एक गूगल के इंटरनल मेमो का हवाला दिया है। ऑफिस मेमो, एक लिखित सूचना होती है। यह अक्सर ऑफिस में किसी को सूचना या फिर उससे जवाब मांगने के लिए दिया जाता है।
मेमो में गूगल के ग्लोबल सिक्योरिटी हेड Chris Rackow ने कहा कि इस तरह का व्यवहार वर्क प्लेस पर बिलकुल भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। इजरायल और गाजा के बीच युद्ध जारी है। ऐसे में Google ऑफिस में प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियां इजरायल सरकार का समर्थन कर रही हैं।
Google lays off
युद्ध के बीच में किसी एक देश को टेक्नोलॉजी देना सही है क्या? Google की नौकरी से बाहर निकाले गए गए ये कर्मचारी गूगल का इसलिए विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उनका दावा है कि प्रोजेक्ट निंबस (Project Nimbus) में शामिल है। प्रोजेक्ट निंबस एक 1.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत का प्रोजेक्ट है, जो इजरायल सरकार के साथ किया है। इसमें Amazon भी शामिल है।
- क्या है प्रदर्शनकारी की मांग
प्रदर्शनकारियों में से एक कर्मचारी ने बताया कि वह नौकरी नहीं खोना चाहती पर जब से इजरायल और ईरान युद्ध हुआ है तब से काम पर लौट पाना काफी कठिन है। ऐसे में कर्मचारी निंबस डील तोड़ने की मांग कर रहे हैं और इस प्रॉजेक्ट पर काम करने वाले कई कर्मचारियों ने इस्तीफे की पेशकश भी की है। - कंपनी ने अन्य कर्मचारियों को दी चेतावनी
कंपनी ने इस तरह के मामले को लेकर अपने अन्य कर्मचारियों को भी चेतावनी दी है। गूगल के वैश्विक सुरक्षा प्रमुख क्रिस रैको ने कर्मचारियों को इस तरह के व्यवहार के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा है कि वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।