Glacier Outburst
चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में शुक्रवार सुबह लगभग 11:00 बजे ग्लेशियर टूटने से भारी हिमस्खलन हुआ, जिसमें सीमा सड़क संगठन (BRO) के कैंप में 57 मजदूर दब गए थे। अब तक 32 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, जबकि शेष 25 मजदूरों की तलाश जारी है।
बचाव कार्यों में भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), सेना और BRO की टीमें शामिल हैं। भारी बर्फबारी और प्रतिकूल मौसम के कारण शुक्रवार शाम को ITBP ने अस्थायी रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया था, लेकिन मौसम में सुधार होते ही शनिवार सुबह से पुनः बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
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वहीं मौसम विभाग ने चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी का रेड अलर्ट जारी किया है। शनिवार को चमोली जिले में कक्षा एक से आठवीं तक के सभी सरकारी और अर्द्ध सरकारी विद्यालय बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए राज्य आपदा परिचालन केंद्र का दौरा किया और अधिकारियों को फंसे हुए श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। मौसम अनुकूल रहने पर मुख्यमंत्री धामी शनिवार को माणा गांव में ग्राउंड जीरो पर जाकर स्थिति का जायजा लेने की योजना बना रहे हैं।
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बद्रीनाथ धाम और आसपास के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। बद्रीनाथ धाम में लगभग दो फीट और हेमकुंड साहिब में तीन फीट तक ताज़ी बर्फ जमा हो चुकी है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और आवश्यक होने पर ही यात्रा करने की अपील की है।
बता दें कि बचाव दल प्रतिकूल मौसम और भारी बर्फबारी के बावजूद फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। सभी संबंधित एजेंसियाँ स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और मौसम में सुधार होते ही बचाव कार्यों को तेज किया जाएगा।
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