Germany Airport Strike
जर्मनी में एयरपोर्ट कर्मचारियों की एक दिवसीय हड़ताल के चलते सोमवार को देशभर के 13 प्रमुख हवाईअड्डों पर हजारों उड़ानें रद्द कर दी गईं या स्थगित करनी पड़ी। फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख जैसे व्यस्ततम एयरपोर्ट्स पर हजारों यात्री फंसे हुए नजर आए। कई लोग जो छुट्टी मनाने या बिजनेस मीटिंग के लिए यात्रा कर रहे थे, वे एयरपोर्ट पर ही फंसे रह गए। हड़ताल की वजह से हवाईअड्डों पर अराजकता का माहौल रहा, और फ्लाइट इंफॉर्मेशन स्क्रीन पर “कैंसिल्ड” का संदेश लगातार चमकता रहा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर कुछ अलग ही नजारा था। आमतौर पर जहां यात्रियों की हलचल, बोर्डिंग अनाउंसमेंट और उड़ान भरते हवाई जहाजों की आवाजें सुनाई देती थीं, वहीं आज सिर्फ निराशा, गुस्से और अफरा-तफरी का माहौल था।
Germany Airport Strike
“आपकी उड़ान रद्द कर दी गई है,” यह मैसेज बार-बार सूचना स्क्रीन पर चमक रहा था। चारों तरफ लोगों की लंबी कतारें, परेशान यात्री और निराश चेहरे दिख रहे थे।
1054 उड़ानें रद्द, 5 लाख से ज्यादा यात्री प्रभावित
यह नजारा सिर्फ फ्रैंकफर्ट का नहीं था। म्यूनिख, बर्लिन, हैम्बर्ग, डसेलडॉर्फ, स्टटगार्ट सहित कुल 13 बड़े एयरपोर्ट्स पर यही हाल था। हड़ताल के कारण 1054 उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिससे 5,60,000 से अधिक यात्री प्रभावित हुए।
क्यों हो रही है हड़ताल?
यह हड़ताल वर्डी (Ver.di) यूनियन द्वारा बुलाई गई थी, जो सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों और हवाई अड्डा सुरक्षा कर्मियों के लिए 8% वेतन वृद्धि, न्यूनतम 350 यूरो मासिक वृद्धि और अतिरिक्त अवकाश की मांग कर रही है।
Germany Airport Strike
यूनियन के प्रवक्ता बेंजामिन रोज़ ने कहा
“हम तब तक काम बंद रखेंगे जब तक सरकार और हवाई अड्डा प्रबंधन हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लेते। हवाई अड्डे का काम बेहद तनावपूर्ण होता है, लेकिन हमें उचित वेतन नहीं मिल रहा।” लंबी कतारें, कैफे और वेटिंग एरिया में भरे हुए लोग, और अपने गंतव्य तक न पहुंच पाने की झुंझलाहट—यात्रियों के लिए यह दिन किसी बुरे सपने से कम नहीं था।
सरकार और एयरपोर्ट प्रशासन ने बातचीत के लिए मार्च के अंत में एक बैठक बुलाई है। लेकिन अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो यूनियन ने आगे भी हड़ताल की चेतावनी दी है। इसका मतलब यह है कि आने वाले दिनों में यात्रियों को और ज्यादा असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है।