GARIABAND DISTRICT ADMINISTRATION
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ सरकार के ‘सुशासन तिहार’ कार्यक्रम को लेकर गरियाबंद जिला प्रशासन ने एक कड़ा संदेश दिया है। कार्यक्रम में लापरवाही बरतने वाले 24 अधिकारियों के खिलाफ कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल ने सख्त कार्रवाई करते हुए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
यह अधिकारी बिना पूर्व सूचना के बैठक से नदारद थे, जबकि शासन के निर्देशों के अनुसार, यह कार्यक्रम जन शिकायतों के त्वरित समाधान और सुशासन के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
तीन एसडीएम भी निशाने पर
- राजिम के एसडीएम विशाल महाराणा
- मैनपुर एसडीएम पंकज डाहिरे
- देवभोग एसडीएम तुलसीदास मरकाम
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सीईओ और सीएमओ स्तर के अधिकारी भी लापरवाह
जनपद पंचायत मैनपुर की सीईओ श्वेता शर्मा, देवभोग के रवि सोनवानी और राजिम, कोपरा, छुरा व देवभोग के सीएमओ भी गैरहाज़िर रहे।
विभागीय प्रमुख भी आए निशाने पर
- महिला एवं बाल विकास: अशोक पाण्डेय
- शिक्षा: ए.के. सारस्वत
- कृषि: चंदन रॉय
- जल संसाधन: एस.के. बर्मन
- साथ ही खनिज, बिजली, रोजगार, उद्यानिकी, खादी-रेशम और क्रेडा विभाग के अधिकारी भी शामिल।
कलेक्टर की दो-टूक चेतावनी
“आवेदनों के एंट्री और निराकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सुशासन तिहार जनता की समस्याओं को हल करने का मंच है, न कि छुट्टी मनाने का बहाना।” यह कार्रवाई गरियाबंद में प्रशासनिक जवाबदेही की ओर एक स्पष्ट कदम मानी जा रही है और आने वाले दिनों में अन्य जिलों के लिए भी एक मिसाल बन सकती है।