रायपुर. लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस नरम होते नजर आ रही है, बागी नेताओं के निष्कासन को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने रद्द कर दिया है, कांग्रेस के लिए छह साल के लिए निष्कासित किए गए पूर्व विधायक विनय जायसवाल की घर वापसी हो गई है, बताया जा रहा है प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट की सहमति के बाद इन नेताओं का निलंबन खत्म कर दिया गया है.
बिलासपुर नगर निगम के महापौर रामशरण यादव और उपाध्यक्ष प्रेम चंद जायशी का प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निष्कासन रद्द कर दिया है, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आदेश जारी किया है, चुनाव 2023 में चिंतामणि महाराज ने बगावत कर भाजपा ज्वाइन कर लिया. वहीं नाराज डॉ विनय जायसवाल और बृहस्पति सिंह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. 12 दिसंबर 2023 को कांग्रेस ने दोनों को छह सालों के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था.
मिली जानकारी के मुताबिक बृहस्पत सिंह और डॉ विनय जायसवाल ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से उनके घर जाकर मुलाकात की थी. इस दौरान पूर्व विधायकों पर हुई कार्रवाई को वापस लेने की चर्चा ने जोर पकड़ा था, तब प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से मंथन कर जल्द फैसला लेने का आश्वासन इन नेताओं को मिल था, डॉ विनय जायसवाल की कांग्रेस में वापसी से स्पष्ट है कि लोकसभा चुनाव में वे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.