Former Governor Aziz Qureshi passes away
तीन राज्यों के राज्यपाल रह चुके कांग्रेस नेता अजीज कुरैशी का आज शुक्रवार को निधन हो गया, उन्होंने 83 की उम्र में अंतिम सांस ली, लेकिन क्या आप जानते है कि अजीज कुरैशी का विवादित बयानों से पुराना नाता रहा है, वह कभी अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाते हैं तो कभी बीजेपी पर निशाना साधते हैं और दोनों ही परिस्थितियों में खुद ही घिरे हुए नजर आते हैं. हम आपको अजीज कुरैशी के वो पुराने बयान बता रहे हैं, जिनसे विवाद बढ़ गया था.

नेहरू के वारिस धार्मिक यात्राएं निकाल रहे हैं
मध्य प्रदेश के विदिशा में कहा कि नेहरू के वारिस कांग्रेस के लोग आज धार्मिक यात्राएं निकालते हैं, गंगा मैया और नर्मदा मैया की जय बोलते हैं, ये शर्म करने और डूब मरने की बात है. ऐसा पहली बार नहीं है कि पूर्व राज्यपाल ने पहली बार ऐसा बयान दिया हो, इससे पहले भी वह लगातार विवादित बयान देकर सुर्खियों में बने रहते हैं.
‘एक दो करोड़ मुसलमान मर भी जाएं तो हर्ज नहीं’- अजीज कुरैशी
अजीज कुरैशी ने कहा कि मुझे कांग्रेस से निकालना हो तो निकाल देना, लेकिन पार्टी दफ्तर में मूर्तियां बिठाना डूब मरने की बात है. उन्होंने कहा कि मुसलमान किसी भी पार्टी का गुलाम नहीं है. उसे नौकरी नहीं मिलती, पुलिस, सेना, नेवी में आप लेते नहीं तो फिर मुसलमान आपको वोट क्यों दे. अजीज कुरैशी ने कहा कि 22 करोड़ मुसलमान में से अगर एक दो करोड़ मर भी जाएं तो कोई हर्ज नहीं.

भगवान भी रेप की घटनाएं नहीं रोक सकते: कुरैशी
अजीज कुरैशी जब यूपी के कार्यवाहक राज्यपाल थे, उसी दौरान लखनऊ के मोहनलालगंज में एक महिला के साथ दरिंदगी हुई थी. इस दौरान जब उनसे रेप की घटनाओं के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा था, “भगवान भी यूपी में हो रही रेप की घटनाएं रोक नहीं सकते.”
राष्ट्रीय ध्वज को लेकर भी दिया था विवादित बयान
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया था कि नमाज के बाद मुस्लिम मैदान में तिरंगा लहराएंगे. अजीज कुरैशी ने अल्पसंख्यक कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में इसका पलटवार करते हुए कहा था कि असली मुसलमान सिर्फ खुदा के अलावा दूसरी जगह सिर नहीं झुकाता.
बीजेपी को हराने के लिए शैतान से भी हाथ मिला लेना चाहिए
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के दौरान अजीज कुरैशी ने एक और विवादित बयान दिया था. सीहोर में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा और आरएसएस को हराने के लिए अगर शैतान से भी हाथ मिलाना पड़े तो मिला लेना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने नेहरू पार्क की हालत देखकर कहा था कि नगर पालिका के अफसरों को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए. पूर्व राज्यपाल यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि सीहोर की जनता को ऐसे अफसरों को दफ्तर से खींचकर सड़क पर मारना चाहिए.
AMU में जिन्ना की तस्वीर पर भी दिया था बयान
यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने जिन्ना को सबसे बड़ा देशभक्त बता दिया था. उन्होंने कहा कि जिन्ना का नाम लेना कोई अपराध नहीं है और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की बड़ी तस्वीर लगनी चाहिए. अजीज कुरैशी ने कहा, “AMU से फोटो क्यों हटा लेनी चाहिए? मैं तो कहता हूं कि बड़ा करके लगाना चाहिए. मुझमें हिम्मत है ये कहने की, ये बुजदिलों का काम है. मुस्लिमों की वजह से ही AMU को लेकर विवाद होता है.”
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मोदी-योगी सरकार को गहरे गड्ढे में दफन करना चाहिए
यूपी सरकार के पूर्व मंत्री और रामपुर से सांसद आजम खान जब जेल में बंद थे, उस दौरान पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने उनकी पत्नी तंजीन फातिमा से उनके आवास पर मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी को नादिर शाह और महमूद गजनवी से भी क्रूर बता दिया था. उन्होंने कहा, “लोकतांत्रिक तरीके से मोदी, अमित शाह और योगी की सरकार को इतने गहरे गड्ढे में दफन करना चाहिए कि इनको दोबारा सांस लेने का मौका न मिल सके.”
कश्मीर फाइल्स फिल्म मुसलमानों का कत्लेआम कराने की साजिश
बीते साल जब द कश्मीर फाइल्स मूवी रिलीज हुई थी, उस दौरान भी अजीज कुरैशी का बयान आया था. उन्होंने कहा, “यह फिल्म मुसलमानों का कत्लेआम कराने की साजिश है क्योंकि वहां पर 50 हजार मुसलमान मारे गए, आतंकियों ने उन्हें मारा, लेकिन उन्हें फिल्म में नहीं दिखाया गया.”