Food Poisoning In Chhattisgarh
बिलासपुर/कोरबा। छत्तीसगढ़ में शादी की खुशियों को मातम में बदलते देर नहीं लगी, जब बिलासपुर और कोरबा जिलों में आयोजित वैवाहिक कार्यक्रमों के बाद एक ही दिन में 96 लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। इनमें सबसे अधिक संख्या बच्चों की है। 69 मासूम जिन्हें ज़रा भी अंदाज़ा नहीं था कि मिठास और सब्ज़ी के साथ ज़हर भी परोसा जा रहा है। अब अस्पतालों में इलाज के लिए जूझते इन बच्चों में से कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
बिलासपुर जिले के कोनी थाना क्षेत्र के तुर्काडीह गांव में रामाधार सांडे के घर शादी का आयोजन था। वहां मेहमानों के लिए आलू-लौकी और भिंडी की सब्ज़ी तैयार की गई थी। यह खाना बुधवार को परोसा गया और अगले दिन गुरुवार को एक के बाद एक लोग उल्टी-दस्त की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचने लगे। सबसे पहले 7 बजे शाम को मरीज सिम्स अस्पताल लाए गए। हालत बिगड़ने पर दो लोगों को ICU में शिफ्ट किया गया। बाद में और मेहमान व रिश्तेदार भी यही लक्षण लेकर अस्पताल पहुंचे।
Food Poisoning In Chhattisgarh
दूसरी ओर कोरबा जिले के भेसमा गांव के पहाड़ी पारा में भी एक शादी समारोह के दौरान बूंदी को पॉलिथीन में पैक कर मेहमानों को परोसा गया था। इस मीठे स्वाद ने लोगों की तबीयत बिगाड़ दी। देर रात 12 बजे के बाद लोग उल्टी और दस्त की शिकायत लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती होने लगे। यहां 51 लोग बीमार हुए, जिनमें 43 बच्चे और 6 बुजुर्ग शामिल हैं। तीन बच्चों की हालत गंभीर थी लेकिन समय पर इलाज शुरू होने से अब वे स्थिर हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने दोनों घटनाओं को गंभीरता से लिया है। सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी ने जांच टीम गांव भेजी है और पारिवारिक आयोजनों में भोजन की गुणवत्ता पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने भी पुष्टि की है कि ये मामले फूड प्वाइजनिंग के ही हैं और भोजन की जांच की जा रही है।
ग्रामीण इलाकों में इस घटना ने दहशत का माहौल बना दिया है। गांवों में लोग अस्पतालों के बाहर जुटे हैं, अपनों की सलामती की दुआ कर रहे हैं। एक शादी की थाली में छुपा ज़हर कई घरों की खुशियां छीन ले गया। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है। क्या हम पारिवारिक आयोजनों में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता को लेकर सच में सजग हैं?