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Father dies in grief over son’s death in Moradabad: एक चिता पर दो शव, बेटे की मौत के डेढ़ घंटे बाद पिता का सदमे से गई जान, परिवार में छाया मातम

Father dies in grief over son’s death in Moradabad

मुरादाबाद उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद में बेटे के मौत के गम में पिता ने भी ड़ेढ घंटे बाद अपना दम तोड़ दिया। जिससे दोनों की शवों को एक ही चिता पर एक साथ जलाया गया। इस मंजर देखते ही गांव का हर व्यक्ति सहम गया। बताया जा रहा है कि बेटे को फेफड़े में इंफेक्शन की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसकी मौत हो गई। पूरा मामला ठाकुरद्वारा क्षेत्र का है।

 

जानकारी के मुताबिक, टांडा अफजल निवासी किरण देवी के इकलौते बेटे लवी कुमार (20) को फेफड़ों में इंफेक्शन होने की वजह दिल्ली के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बेटे तबियत खराब होने की वजह से उसके पिता योगेंद्र सिंह (48) भी सदमें चले गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

Father dies in grief over son’s death in Moradabad

फेफड़ों में संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती

लवी कुमार के फेफड़ों में संक्रमण के कारण उसका कुछ दिनों से काशीपुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। हाल ही में कुछ सुधार होने के बाद उसे घर ले आया गया। लेकिन उसकी हालत गंभीर होने पर फिर से उसे दिल्ली के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया।

बेटे के मौत के बाद पिता ने भी तोड़ा दम

वही शुक्रवार (11 अक्टूबर) को लवी हालत नाजुक हो गई और ईलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। लवी का शव घर लाने के लिए परिजन रवाना हुए ही थे कि, डेढ़ घंटे बाद अस्पताल में भर्ती उसके पिता योगेंद्र ने भी दम तोड़ दिया।

Father dies in grief over son’s death in Moradabad

दोनों के शवों को एक ही चिता पर जलाया गया

सुबह 11 बजे योगेंद्र के शव को गांव लाया गया। वही लगभग ढाई घंटे बाद लवी कुमार के शव को भी परिजनों द्वारा दिल्ली से लाया गया। गांव में दोनों के अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। दोपहर में ग्रामीणों के एक ही चिता बनाकर दोनों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया।

परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल

घर में एक साथ दो मौतों से गांव में हड़कंप मच गया है। किरन देवी और उनकी दोनों बेटियां सोनम और हिमांशी का रो-रोकर बुरा हाल है, जिससे वे बेहोश होकर गिर गईं। वही भाजपा नेता अजय प्रताप सिंह ने इस दुखद घटना पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। लवी प्रताप किरण देवी का इकलौता बेटा था।

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