Farmers Protest
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश दिए जाने के बाद किसान संगठन एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं। हाईकोर्ट के फैसले के बाद किसान संगठन दिल्ली कूच को लेकर अपनी आगे की रणनीति बनाने को लेकर जल्द ही मीटिंग करने वाले हैं। पंजाब के किसान 14 फरवरी से प्रदेश के शंभू व खन्नौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं।
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इन किसानों ने सरकार के प्रतिनिधियों से मिलने के लिए दिल्ली का रुख किया था लेकिन इन्हें हरियाणा बॉर्डर पर ही रोक दिया गया। जिसके बाद किसानों ने वहीं मोर्चा लगाकर संघर्ष शुरू कर दिया। करीब पांच माह से चल रहे इस आंदोलन में कई किसानों की जान जा चुकी है लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से इस बारे में कोई सकारात्मक पहल अभी तक नहीं हुई है।
बैरिकेड हटाने के बाद आंदोलनकारी किसान अपने निजी वाहनों की बजाए पहले की तरह से ही ट्रैक्टर-ट्रालियों के जरिए दिल्ली की ओर कूच करने की जिद्द कर सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो हरियाणा सरकार के लिए कानून व्यवस्था की स्थिति को संभालना मुश्किल हो सकता है, जिसके चलते शंभू बॉर्डर पर पिर से बैरिकेड लगाने पड़ सकते हैं।
Farmers Protest
वही सम्मेलन में केंद्र सरकार के झूठ का पर्दाफाश किया जाएगा। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बताया कि सरकार के नुमाइंदे गलत प्रचार कर रहे हैं कि किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी देने से बजट पर करीब साढ़े 17 लाख करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। कन्वेंशन के जरिये विपक्षी दलों के सांसदों से मांग की जाएगी कि वह वादे पर खरा उतरते हुए संसद में एमएसपी की कानूनी गारंटी का प्राइवेट बिल लाएं।
वही किसान नेता जगजीत सिंह ने बताया की नेता विपक्ष राहुल गांधी 22 जुलाई को दिल्ली में किसानों से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि 22 जुलाई को दिल्ली में किसानों की अहम बैठक होने जा रही है। इसमें एमएसपी कानून लाने के लिए देशभर से 200 किसान नेता शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने पहले कहा था कि अगर केंद्र में हमारी सरकार बनी तो किसानों की मांगें मान ली जाएगी, लेकिन केंद्र में उनकी सरकार नहीं बनी है, लेकिन वह विपक्ष के रूप में बड़ा रोल अदा कर रहे हैं।
शंभू बार्डर पर महीनों से धरने पर बैठे किसान हाई कोर्ट के आदेश के बाद नई रणनीति बनाने में जुटे हैं। एमएसपी खरीद गारंटी कानून मोर्चा के हरियाणा संयोजक व भाकियू लोकशक्ति के प्रदेशाध्यक्ष जगबीर घसोला ने हाईकोर्ट के फैसले को किसानों की जीत बताते हुए कहा कि,
Farmers Protest
14 जुलाई को शंभू व खनौरी बॉर्डर के किसानों के साथ किसान संगठनों की मीटिंग होगी और इसमें एमएसपी सहित कई मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने का भी निर्णय लिया जा सकता है। वहीं, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का कहना है कि दिल्ली कूच करने के मामले पर दोनों किसान संगठनों की 16 जुलाई को बैठक बुलाई है, उसी बैठक में ही आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
क्या था पूरा मामला
गौरतलब है कि किसानों द्वारा MSP की गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली कूच का एलान किया गया था। इसी कारण हरियाणा सरकार द्वारा शंभू बॉर्डर पर हाईवे को बंद कर दिया गया था और रूट को डाइवर्ट कर दिया गया था। किसानों द्वारा बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की गई,
लेकिन पुलिस द्वारा कार्रवाई कर किसानों को खदेड दिया गया। पंजाब के एक किसान की खनौरी बॉर्डर पर गोली लगने से मृत्यु हो गई थी। पिछले 6 महीनों से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं। बॉर्डर बंद होने से आम जनता को भारी परेशानियों का सामना उठाना पड़ रहा है।