EX minister Amarjeet trapped in Sahara’s land
रायपुर। कांग्रेस के पूर्व मंत्री अमरजीत भगत मुश्किलों थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले 5 दिनों से उनके निवास व अन्य स्थानों में चली आईटी की रेड से कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आये हैं। मिली जानकारी के अनुसार इनकम टैक्स अधिकारियों के पास 26 पेज की लंबी लिस्ट है जिसमें पूर्व खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री द्वारा डीएमएफ फंड और स्थानांतरण पोस्टिंग में किए गए भ्रष्टाचार का उल्लेख है।
इसके अलावा चावल, दाल व अन्य अनाजों की कस्टम मिलिंग में भी रकम लिए जाने की बात आईटी टीम ने की है। आईटी विभाग के अनुसार लगभग 250 करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है। जिस पर केंद्रीय एजेंसी जांच सुपुर्द करेगी।
EX minister Amarjeet trapped in Sahara’s land
आईटी की टीम ने यह भी दावा किया है कि उनकी लिस्ट में कांग्रेस शासन काल के कई अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं। इस सूची में पूर्व मंत्री के बेटे आदित्य भगत का नाम भी शामिल है। साथ ही टीम ने यह भी दावा किया है कि कांग्रेस शासन काल के दौरान लगभग करोड़ो रुपए का लेने देन बताया गया है।
यह आंकलन केवल आरंभिक आधार पर तय किया गया है। आईटी विभाग ने अभी तक राशि का खुलासा नहीं किया है। जांच के दौरान आईटी टीम को 250 करोड़ रुपये से अधिक अवैध कमाई का एक बड़े हिस्से का सबूत मिला है। जिसका इस्तेमाल अचल संपत्तियों को खरीदने के लिए किया गया था।
EX minister Amarjeet trapped in Sahara’s land
जांच के दौरान रायपुर महासमुंद राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पॉश धरमपुरा इलाके में स्थित प्रॉपर्टी से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं।बता दें कि पूर्व मंत्री की 150 एकड़ की विशाल संपत्ति उसी स्थान पर स्थित है, जहां सहारा शहर का निर्माण प्रस्तावित था। इस संपत्ति की खरीदी दो हिस्सों में की गई है, जिसमें पहले हिस्से में 120 एकड़ जमीन और फिर दूसरी किस्त में 30 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया।
दोनों ही खरीद जांच के दायरे में हैं क्योंकि जिस कीमत पर 120 एकड़ जमीन खरीदी गई थी वह भारतीय स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड के नियंत्रण में होने के बावजूद कीमत से काफी कम है। स्थानीय किसानों से भी शेष 30 एकड़ जमीन का सौदा 10 करोड़ रुपये से अधिक नकद के माध्यम से किया गया था।
EX minister Amarjeet trapped in Sahara’s land
आईटी टीम के मुताबिक सभी भूमि सौदे, ज्यादातर ‘बेनामी’, पूर्व मंत्री भगत के इशारे पर हरपाल सिंह अरोड़ा द्वारा किए गए थे। साथ ही मंत्री भगत ने कांग्रेस शासन में मंत्री के रूप में अपने प्रभाव और शक्ति का उपयोग करते हुए दिसंबर, 2023 में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से विकास और लेआउट भी पास करवा लिया था।