ED Raid in CG PCC Headquarter
रायपुर: छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में ईडी ने मंगलवार छापा मारा। चार सदस्यों के साथ ईडी की टीम कांग्रेस भवन पहुंची और कांग्रेस प्रदेश प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू को समन सौंपा। साथ उनसे बंद कमरे में पूछताछ की। छापे के दौरान ईडी ने क्या पूछताछ की और उसे वहां से क्या मिला इस बारे में ईडी ने कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि इस रेड के एक्शन से कांग्रेस में हड़कंप है।
उधर ईडी के राजीव भवन पहुंचने के मामले में कांग्रेस प्रभारी महामंत्री मलकित सिंग गेंदू ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी राजीव भवन पहुंचे थे। उन्होंने सुकमा जिले के राजीव भवन के निर्माण को लेकर कई जानकारिया मांगी गई। ईडी अफसरों ने समन देकर 27 तारीख तक जवाब मागा है। हमारे पास सभी दस्तावेज मौजूद हैं। जिसे जवाब के साथ दिया जाएगा।
ED Raid in CG PCC Headquarter
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरा
विधानसभा सत्र के दौरान ईडी की इस कार्रवाई से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने चौंकते हुए कहा कि ‘मुझे इस घटना की जानकारी अभी नहीं है अब राजीव भवन जाकर इससे संबंधित विस्तृत जानकारी लेंगे। उन्होंने सरकार और भाजपा को घेरते हुए कहा, साल भर से छापे ही पड़ रहे हैं। इनके छापे पड़ते हैं और ये हमारे नेताओं को जेल में डाल देते हैं। हमारे नेता जेल में पड़े रहते हैं ,बाद में देवेंद्र यादव की तरह छूट जाते हैं। 3 महीने 6 महीने जेल में डाल लो, लेकिन उनके खिलाफ कुछ साबित नहीं कर पाते हैं, यह हमारे लिए दुख की बात है।’
परेशान करने का लगाया आरोप
चरणदास महंत ने सरकार पर आरोप लगाया कि हमारे लोगों को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। हमारे लोगों के खिलाफ उनके पास कोई सबूत नहीं है, सिर्फ परेशान करने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। हमारे विधायक कवासी लखमा को भी जेल में डाल दिया गया है। उनके बारे में पुलिस को जानकारी नहीं है। अब तक पुलिस कुछ भी पेश नहीं कर पाई है। सिर्फ विरोधियों को प्रताड़ित करने के लिए वे अपने बल का प्रयोग कर रहे हैं। सत्ता पक्ष की तरफ से कांग्रेस नेताओं को चुप करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सरकार की निंदा करते हैं।
शराब घाटोले को लेकर ईडी की कार्रवाई जारी
शराब घोटाले को लेकर ईडी की कार्रवाई जारी है। अभी इस केस में कवासी लखमा जेल में है। मंगलवार को अब ईडी ने कांग्रेस दफ्तर में रेड मारी है। जिसे लेकर सियासी हंगामा मच गया है।
ED Raid in CG PCC Headquarter
क्या है शराब घोटाला जिसके रुपए इस्तेमाल का आरोप
ईडी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान साल 2019 से 2022 तक लाइसेंसी शराब दुकानों पर डुप्लिकेट होलोग्राम लगाकर बड़ी मात्रा में अवैध शराब बेची जाती थी, जिसके चलते छत्तीसगढ़ के राजस्व विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था। उस दौरान शराब को स्कैनिंग से बचाने के लिए नकली होलोग्राम भी लगाया जाता था, ताकि वह किसी की पकड़ में न आ सके। इस होलोग्राम को बनाने के लिए घोटाले में संलिप्त लोगों ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में होलोग्राफी का काम करने वाली PHSE (प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड) कंपनी को टेंडर दिया था।
ईडी ने अपनी जांच के बाद यह बताया है कि यह कंपनी होलोग्राम बनाने के लिए पात्र नहीं थी, फिर भी नियमों में संशोधन करके यह टेंडर उसी कंपनी को दे दिया गया थ।. ईडी के टेंडर दिलाने के एवज में कंपनी के मालिक से भारी कमीशन लिया गया था। यह जानकारी सामने आने के बाद जब कंपनी के मालिक विधु गुप्ता को ईडी ने गिरफ्तार किया तो उसने कांग्रेस सरकार में CSMCL में एमडी अरुणपति त्रिपाठी, बिजनेसमैन अनवर ढेबर और अनिल टुटेजा का नाम लिया।
ED Raid in CG PCC Headquarter
ED ने जब इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया, तो मामले में और भी खुलासे होने लगे। इसके बाद साल 2024 के अंत में कांग्रेस विधायक और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम सामने आया। सूत्रों के मुताबिक ED की जांच में पता चला है कि कवासी लखमा को शराब घोटाले से पीओसी (प्रोसीड ऑफ क्राइम) से हर महीने कमिशन मिलाता था।